2018-07-17 17:02:00

फिलीपींनी राष्ट्रपति ने भगवान को "वेबकूफ" बताने के लिए माफी मांगी


फिलीपींस, वाटिकन सिटी, मंगलवार, 17 जुलाई 2018 (मैटर्स इंडिया)˸ फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दूतेरते ने भगवान को "बेवकूफ" कहने पर, कड़ी आलोचना के बाद "क्षमाशील ईश्वर" से माफी मांगी।

जून में बाईबिल की एक कहानी के ऊपर चल रही चर्चा के दौरान दुतेर्ते ने भगवान को बेवकूफ बता दिया था। इस पर ईसाई धर्म संगठनों ने नाराजगी जताते हुए दुतेर्ते पर भगवान की बेइज्जती का आरोप लगाते हुए माफी मांगने की मांग की थी। ईसाई संगठनों की इस मांग से राष्ट्रपति ने साफ इंकार कर दिया था। उन्होंने शुक्रवार को फिलीपींस की दावाओ सिटी में एक सांइस एंड टेकनोलोजी इवेंट को सम्बोधित करते हुए कहा था कि यदि कोई ये कह सकता है कि उसने स्वर्ग देखा है या उसने भगवान से बात की है या उन्हें देखा है, तो वे आज रात ही राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे देंगे।

73 वर्षीय दूतेरते ने मालागो क्लब हाऊस में धार्मिक नेताओं की दो घंटे की सभा के दौरान माफी मांगी किन्तु स्पष्ट किया कि वे किसी कलीसिया या धार्मिक नेता से ऐसा नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैं केवल ईश्वर से माफी मांग रहा हूँ, किसी ओर से नहीं। यदि मैंने ईश्वर के प्रति गलती की है तब वे मेरी माफी सुनकर खुश होंगे। क्यों? क्योंकि मेरा ईश्वर सभी को क्षमा कर देने वाला ईश्वर है। वे अतीत की चोटों को याद नहीं करते। क्यों? क्योंकि ईश्वर ने मेरी सृष्टि भला बनने के लिए किया है न कि बुरा।"  प्रति गलती की है तब वे मेरी माफी सुनकर खुश होंगे। क्योंे भगवान से बात की है या उन्हें देखा है  

फिलीपींस के राष्ट्रपति ने धार्मिक नेताओं को कलीसिया के विभाजन की याद दिलायी और कहा कि उन्हें उनपर तथा उनके प्रशासन पर हमला करने के लिए ईश्वर के नाम का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

उन्होंने कहा, "याद रहे कि कलीसिया और राज्य के बीच विभाजन है। आप सब कुछ की आलोचना कर सकते हैं – कचरा इकट्ठा करने वाले व्यक्ति से लेकर उच्च वर्ग के माने जाने वाले लोगों तक का और यहाँ तक कि उपराष्ट्रपति एवं सीनेटर का भी, किन्तु ईश्वर का नाम हमला करने के लिए कभी नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि ऐसा करना सही नहीं है और मुझे यकीन है कि ईश्वर ऐसा नहीं चाहते हैं।"   

फिलीपींस के काथलिक धर्माध्यक्षों द्वारा उपवास एवं प्रार्थना की घोषणा के बाद विगत सप्ताह सोमवार एवं मंगलवार को दूतेर्ते ने एशिया की बड़ी कलीसिया के साथ संबंध को मजबूत करने के लिए धार्मिक नेताओं से मुलाकात की थी।

पिछले माह जब राष्ट्रपति ने भगवान और बाईबिल के शब्द "आदि पाप" की आलोचना की थी तो उनके प्रावक्ता रूपेरतो संतोस ने उनका पक्ष लेते हुए कहा था कि राष्ट्रपति को धर्मों के प्रति अपने विचार अभिव्यक्ति का अधिकार है।  

फिलीपींस के वेबसाईट पोलिटिको के अनुसार दूतेर्ते ने मजाक के लहजे में कई बार कहा है कि वे एक नये धर्म की स्थापना करने वाले हैं जो "इगलेसिया नी दूतेर्ते" (कलीसिया या दूतेर्ते) कहायेगा, जहाँ विश्वासी अपने मन अनुसार कुछ भी कर सकते हैं।

विदित हो कि फिलीपींस में काथलिक कलीसिया पर हिंसक हमलों में वृद्धि हुई है। पिछले दिसम्बर से अब तक तीन पुरोहितों की हत्या हो चुकी है जो सरकार की नीति के अलोचक थे। उन्हें अज्ञात लोगों द्वारा गोली मार दी गयी थी।

फीलीपींस राष्ट्रपति इससे पहले काथलिक कलीसिया के सर्वोच्च अधिकारी पोप फ्राँसिस के खिलाफ भी विवादित बयान जारी कर चुके हैं। हालांकि, बाद में उसके लिए भी माफी मांग ली थी।








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