वाटिकन सिटी, सोमवार 16 जुलाई 2018 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को एंटील्स धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के 6वें युवा सभा के लिए इकत्रित एंटील्स के युवाओं को स्पानी भाषा में अपना संदेश दिया। 10 से 23 जुलाई तक चल रहे सभा में विशेष रूप से कारिबियन में परिवार को ‘अमोरिस लेतित्सिया’ के संदेश अनुसार बदलने के तरीके पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
बदलाव की चुनौतियाँ
संत पापा ने युवाओं का हार्दिक अभिवादन कर कारिबियाई परिवारों में परिवर्तन लाने हेतु उठाये गये इस बड़े और महत्वपूर्ण कदम के लिए उनके साहस की प्रशंसा की और आगे बढने के लिए प्रोत्साहित किया।
संत पापा ने कहा कि वे लोग युवा है। कभी ऐसा भी देखने को मिलता है कि कुछ लोग युवा समय में ही बुढ़े नजर आते हैं वे कुछ भी नहीं करते। संत पापा ने उन्हें इंगित करते हुए कहा, आप तो जुझारु युवा हैं आप परिवारों में परिवर्तन लाने की शक्ति रखते हैं। जो युवा निठल्ले बैठ गये हैं उन्हें भी सक्रिय बनाने की शक्ति आप में है।
संत पापा ने उन्हें सुझाव देते हुए कहा कि वे परिवार में परिवर्तन हेतु परिवार पर धर्मसभा के बाद प्रकाशित प्रेरितिक उदबोधन के संकेतों का गंभीरता से अध्ययन करें। परिवार के भविष्य को बदलने के लिए उन्हें वर्तमान को अच्छी तरह से समझना है। यदि वे वर्तमान को समझ जाते हैं, तो वे कल का सामना कर पायेंगे। आज से कल की यात्रा करने के लिए, उन्हें परिवार पर शिक्षण की आवश्यकता है और इसे वे प्रेरितिक उदबोधन के अध्याय चार में पा सकते हैं: परिवार की मुख्य बातें उस अध्याय में है इसका अध्ययन करें, इसकी जांच करें। इस तरह से उन्हें आगे बढ़ने के लिए आवश्यक दिशानिर्देश मिलेंगे।
मूल को संदर्भित करना
संत पापा ने कहा,“हमें आज और कल के साथ-साथ हमारे अतीत की भी आवश्यकता होती है इसके बिना हम अपने आने वाले कल की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। हम अतीत को प्रतिबिंबित किए बिना भविष्य पर विचार नहीं कर सकते हैं। आपके पूर्वजों द्वारा जो कुछ दिया गया है उसे बदलने के लिए तैयार हो रहे हैं। आपका इतिहास बीते हुए कल से आता है, आपकी परंपरायें कल से आती हैं। आपके पास मूल हैं और यही वह है जिसे मैं एक पल के लिए आपका ध्यान केंद्रित कराना चाहता हूँ : यदि आप अतीत में, अपने इतिहास में, अपनी संस्कृति में, अपने परिवार में नहीं हैं, तो आप वर्तमान या भविष्य में कुछ भी नहीं कर सकते हैं; यदि अपने मूल से गंभीरता से जुड़े नहीं हैं। आपके अतीत से ही आपको परिवर्तन लाने हेतु शक्ति मिलेगी। हम में से कोई भी, न तो आप और न ही मैं, प्रयोगशाला में बने हैं: हमारे पास इतिहास है, हमारे पास मूल है और हम जो कुछ भी करते हैं, उसका परिणाम हमें प्राप्त होता है, हम अपने भविष्य को सुन्दर बनाना चाहते हैं वो हमारे मूल से ही आते हैं।”
प्यार की शाश्वत शक्ति
संत पापा ने प्रेरितिक उदबोधन अमोरिस लेतित्सिया के अध्याय चार की मुख्य बातों पर विचार करने हेतु पुनः याद दिलाते हुए कहते हैं कि वे अध्याय चार का गंभीरता से अध्ययन करें। वे पायेंगे कि परिवार में प्रेम को किस प्रकार से जीना है। उन्होंने कहा,“एक दूसरे के साथ अध्याय चार पर चर्चा करें। आपको आगे बढ़ने और चीजों को बदलने के लिए बहुत ताकत मिलेगी और यह मत भूलना कि प्रेम की अपनी ताकत है और प्रेम कभी खत्म नहीं होता है। संत पौलुस कहते हैं: "जब हम प्रभु के साथ एकजुट होंगे, तो विश्वास और आशा समाप्त हो जाएगी, लेकिन प्रेम उसके साथ जारी रहेगा"। आप जो बदलना चाहते हैं वह अनंत काल के लिए है। प्यार की यह ताकत हमेशा के लिए रहेगी।”
अंत में संत पापा ने उन्हें अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन देते हुए, कार्यों को जारी रखने हेतु शुभकामनाओं के साथ अपना संदेश समाप्त किया।
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