2018-07-13 10:58:00

लिथुआनिया सन्त पापा की यात्रा और आशा के संदेश हेतु प्रतीक्षारत


लिथुआनिया, शुक्रवार, 13 जुलाई 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): लिथुआनिया, लातविया तथा एस्तोनिया, आगामी सितम्बर माह में, सन्त पापा फ्राँसिस की प्रेरितिक यात्रा का इन्तज़ार कर रहे हैं।

विलनियुस के महाधर्माध्यक्ष जिनतारास ग्रूसाज़ ने वाटिकन न्यूज़ से बातचीत में बताया कि 22 से 25 सितम्बर तक उक्त तीन देशों के लिये निर्धारित सन्त पापा फ्राँसिस की प्रेरितिक यात्रा हेतु तैयारियाँ जारी हैं तथा लोग आशा और विश्वास के साथ प्रतीक्षारत हैं। इस यात्रा का आदर्श वाक्य है: "येसु ख्रीस्त हमारी आशा"।

22 से 25 सितम्बर तक की यात्रा के दौरान सन्त पापा फ्राँसिस लिथुआनिया के विलनियुस एवं काओनास, लातविया के रीगा और आगलोना तथा एस्तोनिया के ताल्लिन शहरों का दौरा करेंगे।

बालकन देशों में सन्त पापा फ्राँसिस की उक्त यात्रा 25 वर्षों बाद कलीसिया के परमाध्यक्ष की यात्रा होगी। 25 वर्षों पूर्व सन् 1993 के सितम्बर माह में सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने इन देशों की प्रेरितिक यात्रा की थी।      

महाधर्माध्यक्ष ने कलीसिया तथा उक्त बालकन देशों के बीच मधुर सम्बन्धों पर भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि वे सन्त पापा फ्राँसिस की यात्रा में ईश्वर के हस्तक्षेप को देखते हैं इसलिये कि सन्त पापा फ्राँसिस परिसरों के प्रति अभिमुख हैं और इनमें सामाजिक, आर्थिक, अस्तित्वात्मक तथा भौगोलिक सभी परिसर शामिल हैं और उक्त सभी देश यूरोप के परिसर में और उसकी बाह्य सतहों में बसे हैं।  

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि लिथुआनिया शहीदों के इतिहास से भरा है और इसके साथ ही वह ऐसा देश है जहाँ आप्रवास एवं मानव तस्करी जैसे गम्भीर प्रश्न समसामयिक समाज को प्रभावित कर रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में सन्त पापा फ्राँसिस का सन्देश अनमोल सिद्ध होगा।

महाधर्माध्यक्ष ने स्मरण दिलाया कि सन्त पापा फ्राँसिस की प्रेरितिक यात्रा उस समय हो रही है जब लिथुआनिया अपनी स्वतंत्रता का शतवर्ष तथा सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय की प्रेरितिक यात्रा की 25 वीँ वर्षगाँठ मना रहा है। उन्होंने कहा कि वास्तव में यह "ईश्वर द्वारा दिया गया महान वरदान है।" 








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