2018-06-21 16:25:00

शांति एवं एकता के तीर्थयात्री संत पापा फ्राँसिस


जेनेवा, बृहस्पतिवार, 21 जून 2018 (रेई)˸ संत पापा फ्राँसिस के जेनेवा आगमन पर स्वीजरलैंड के राष्ट्रपति अलेन बेरसेट ने हवाई अड्डे पर उनका हार्दिक स्वागत किया। जहाँ परमधर्मपीठ के दो पूर्व स्वीस गार्ड तैनात थे। दो बच्चों ने परम्परागत परिधान में फूल गुच्छा अर्पित कर संत पापा का स्वागत किया। उसके बाद संत पापा को सैन्य सम्मान दिया गया। कार में चढ़ने के पूर्व संत पापा ने स्वीटजरलैंड के एवंजेलिकल कलीसियाई संघ के अध्यक्ष डॉ. गोटफ्रेड लोचर का अभिवादन किया। तत्पश्चात् स्वीटजरलैंट के राष्ट्रपति के साथ संत पापा की व्यक्तिगत मुलाकात हुई और संत पापा ने उन्हें एक उपहार भेंट किया।

जेनेवा स्थित ख्रीस्तीय एकता केंद्र जहाँ हर साल करीब तीन हजार पर्यटक आते हैं यह संयुक्त राष्ट्रसंघ कार्यालय के नजदीक है। केंद्र का उद्घाटन ख्रीस्तीय एकता की भावना पर जुलाई सन् 1965 ई. में हुआ है तथा यह कलीसियाओं के बीच सौहार्द तथा विश्व के सभी लोगों के बीच एकता, शांति एवं न्याय के लिए समर्पित है। ख्रीस्तीय एकता का यह केंद्र विभिन्न कलीसियाओं एवं धार्मिक संगठनों का घर भी है।

संत पापा फ्राँसिस कार द्वारा ख्रीस्तीय एकता केंद्र पहुँचे। केंद्र के प्रवेश द्वार पर कलीसियाओं के विश्व परिषद के महासचिव माननीय डॉ. ओलाव फैकसे एवं अन्य प्रतिनिधियों ने उनका अभिवादन किया तथा उन्होंने एक साथ ख्रीस्तीय एकता भवन में प्रवेश किया जहाँ कलीसियाओं की विश्व परिषद के 230 सदस्य उपस्थित थे जिन्होंने प्रवेश गान के साथ संत पापा का अभिवादन किया। ख्रीस्तीय एकता प्रार्थना की शुरूआत  पश्चाताप की प्रार्थना द्वारा की गयी उनके बाद मेल-मिलाप और कलीसियाओं की एकता हेतु भी प्रार्थनाएँ अर्पित की गयीं।

संत पापा ने अपने संदेश में खुद को शांति एवं एकता के तीर्थयात्री बतलाते हुए एकता हेतु एक साथ प्रार्थना करने, एक साथ चलने और एक साथ काम करने की अवश्यकता बतलायी। उन्होंने एक साथ चलने को प्रभु के आदेश का पालन करना एवं विश्व के प्रति प्रेम का कार्य बतलाया।  








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