2018-06-18 17:14:00

संत पापा ने तानाशाहियों के "बदनाम संचार" की निंदा की


वाटिकन सिटी, सोमवार 18 जून 2018 ( रेई) : यदि आप संस्थानों या लोगों को नष्ट करना चाहते हैं, तो आप बुरी बात करना शुरू कर देते हैं। आप प्रलोभन का उपयोग करते हैं कि घोटाला संचार में है। इस "निंदाजनक संचार" की चेतावनी देते हुए संत पापा ने आज सुबह अपने निवास संत मार्था के प्रार्थनालय में पवित्र मिस्सा के दौरान अपना प्रवचन शुरु किया।

पिता के विरासत की रक्षा

संत पापा ने राजाओं के पहले ग्रंथ से लिये गये आज के पहले पाठ नाबोथ की कहानी पर चिंतन किया। राजा अहाब नाबोथ के दाखबारी को पसंद करता है और उसे खरीदना चाहता है। लेकिन नाबोथ देने से मना कर देता है क्योंकि वह दाखबारी अपने पिता की विरासत का हिस्सा है और इसलिए तब अहाब बच्चों के समान व्यवहार करता है, जब बच्चों को अपने पसंद की चीज नहीं मिलती तो वे रोना शुरु कर देते हैं। फिर, अपनी क्रूर पत्नी गीज़ाबेल की सलाह पर, उसने उसे झूठ बोलने का आरोप लगाकर  मार डालने का दंड दिया और उसकी दाख की बारी को अपने कब्जे में कर लिया। नाबोथ "विरासत के प्रति निष्ठा के कारण शहीद" हो गया, जिसे उसने अपने पूर्वजों से प्राप्त किया था: एक विरासत जो दाऱबार से उपर उठकर "दिल की विरासत" बन गई।

उन्होंने कहा कि नाबोथ की कहानी येसु, संत स्टीफन और उन सभी शहीदों की कहानी में दोहराई गई है कपटता के साथ उनकी झूठी निंदा की गई थी। यह प्रकरण "राज्य या सरकार के कई प्रमुखों" के तरीकों को भी प्रतिबिंबित करता है। बहुधा मामला झूठ के साथ शुरू होता है और, "एक व्यक्ति और स्थिति को निंदा के साथ नष्ट करने के बाद" उचित न्याय नहीं मिलता है।

तानाशाह का बुराई संचार

संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि आज भी कई देशों में निंदाजनक संचार की इस पद्धति का उपयोग किया जाता है। मीडिया और संचार कानून को एक कंपनी या एक समूह को सौंपी गई संपूर्ण संचार प्रणाली को नियंत्रित करता है जो निंदा और झूठ के साथ लोकतांत्रिक जीवन को भी कमजोर करता है। न्यायाधीश तब इन कमजोर संस्थानों की निंदा करते हैं और लोगों को नष्ट कर देते हैं। इस तरह तानाशाही काम करता है।

संत पापा ने कहा ने कि सभी तानाशाही बेईमान व्यक्तियों या सरकार के हाथों संचार में बदलाव करके शुरू हुईं।

घोटालों की प्रलोभन

संत पापा ने कहा कि यह दैनिक जीवन में भी होता है, एक व्यक्ति दूसरे के बारे गलत बात, घृणा और निंदा को फैलाने के लिए संचार का सहारा लेता है तो वह उस व्यक्ति को नष्ट करना शुरू कर देता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के संचार में दूसरों को आकर्षित करने की शक्ति है।

अच्छी खबर प्रलोभन नहीं देती। यह नष्ट नहीं करती है, लेकिन एक घोटाला दूसरों का ध्यान खींचता है। इस प्रकार एक व्यक्ति, संस्था और देश विध्वंस हो जाता है।

संत पापा ने कहा आज बुराई और बदनामी तानाशाही ने बहुत से लोगों और कई देशों को नष्ट कर दिया। आइए, उदाहरण के लिए, पिछली सदी के तानाशाही के बारे में सोचें। उदाहरण के लिए, यहूदियों के उत्पीड़न के बारे में सोचें। यहूदियों के खिलाफ एक अपमानजनक संचार, ऑशविट्ज़ की प्रताड़ना शिविर में वे मारे गये गए क्योंकि वे जीने के लायक नहीं थे।

नाबोथ की कहानी दोबारा पढ़ें

प्रेरित जेम्स "बुराई संचार की विनाशकारी क्षमता" के बारे बहुत सटीक बात बोलते है। अंत में, संत पापा ने राजाओं की पहली पुस्तक के अध्याय 21 में नाबोथ की कहानी को फिर से पढ़ने और देश को नष्ट करने वाले 'सफेद दस्ताने' के साथ इतने सारे तानाशाहों द्वारा नष्ट किये गये देशों" के बारे में सोचने के लिए के लिए प्रोत्साहित किया।"








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