2018-06-12 16:50:00

बच्चों को खेलने, पढ़ने एवं शांतिमय वातावरण में बढ़ने का अधिकार


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 12 जून 2018 (रेई)˸ बच्चे परिवार, समाज और देश के भविष्य हैं। वे परिवार को खुशियों भर देते हैं क्योंकि वे निर्दोष, स्नेहिल एवं कोमल होते हैं किन्तु बाल श्रम के द्वारा उनका बचपन छीन लिया जाता है। उन्हें खेलने एवं बढ़ने के अवसर दिये जाने के बजाय, उनसे भारी काम कराया जाता है।  

इसी का विरोध करने हेतु संयुक्त राष्ट्रसंघ ने 12 जून को बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस घोषित किया है।

संत पापा फ्राँसिस ने एक ट्वीट प्रेषित कर बाल श्रम के खिलाफ अपना समर्थन प्रकट किया। उन्होंने संदेश में लिखा, "बच्चे खेल सकें, अध्ययन कर सकें एवं शांतिमय वातावरण में विकास कर सकें। धिक्कार, उन लोगों को जो उनके आनन्दमय आशा का गला घोंट देते हैं।"








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