2018-06-08 10:46:00

ग्वाटेमाला ज्वालामुखी: आपात एजेन्सी पर चेतावनी की उपेक्षा का लगा आरोप


ग्वाटेमाला, शुक्रवार, 8 जून 2018 (बी.बी.सी.): ग्वाटेमाला में इस रविवार को हुए ज्वालामुखी विस्फोट के बाद देश की विपक्ष पार्टी ने आपात एजेन्सी कॉनरेड पर चेतावनी की उपेक्षा का आरोप लगाकर एजेन्सी के अध्यक्ष कॉनरेड को अपदस्थ करने की मांग की है।

रविवार को ग्वाटेमाला में फुएगो ज्वालामुखी फूटा था जिसमें बताया जाता है अब तक 99 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है, लगभग 200 लापता हैं तथा तीन हज़ार लोग अस्थायी शिविरों में शरण ले रहे हैं। इसके अतिरिक्त, लगभग 12,000 लोगों को उनके घरों से अन्यत्र जाने का आदेश दे दिया गया है। बी.बी.सी. वर्ल्ड न्यूज़ के अनुसार 17 लाख लोग ज्वालामुखी के इस हिंसक विस्फोट से प्रभावित हुए हैं। फ्यूगो के विस्फोट के बाद ढलानों पर बसे अनेक गाँव ज्वालामुखीय राख और मिट्टी में दफना दिये गये थे।

मानवाधिकार संगठनों ने ग्वाटेमाला के अधिकारियों पर भी आरोप भी लगाया है कि वे ज्वालामुखी के फूटने के बारे में लोगों को पूर्वसूचना देने में असमर्थ रहे।

ग्वाटेमाला में काथलिक कलीसिया की कल्याणकारी एजेन्सी कारितास के एक अधिकारी ने वाटिकन रेडियो को बताया कि राख और धूल के तूफानों के कारण कई सेतु नष्ट हो गये हैं, संचार माध्यम और आवागमन ठप्प पड़ा है जिसके चलते प्रभावित लोगों को राहत पहुँचाने में अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।   

ज्वालामुखी के विस्फोट के दिन ही सन्त पापा फ्रांसिस ने ग्वाटेमाला में परमधर्मपीठ के प्रेरितिक राजदूत निकोलस थेवेनिन को एक तार सन्देश प्रेषित कर इस प्राकृतिक आपदा में मरनेवालों, घायल हुए लोगों तथा विस्थापितों को अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन दिया था।    

वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पारोलीन ने सन्त पापा की ओर से परमधर्मपीठीय प्रेरितिक राजदूत निकोलस थेवेनिन को प्रेषित तार सन्देश में कहा गया था, "फुएगो ज्वालामुखी के हिंसक विस्फोट की खबरें सुनकर सन्त पापा फ्राँसिस अत्यन्त दुखी हैं जिसमें कई लोगों के प्राण चले गये हैं, भारी मात्रा में भौतिक क्षति हुई है तथा ज्वालामुखी के विस्फोट क्षेत्र के आस-पास रहने वाली जनता गहन रूप से प्रभावित हुई है। सभी मृतकों एवं लापता लोगों की आत्माओं की चिर शान्ति हेतु सन्त पापा प्रार्थना करते तथा उनके प्रिय परिजनों के प्रति गहन सहानुभूति का प्रदर्शन करते हैं।








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