तमिलनाडु, मंगलवार, 29 मई 2018 (मैटर्स इंडिया)˸ तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को तूतिकोरिन स्थित वेदांता समूह की कंपनी स्टरलाइट को सील करने और उसे "स्थायी रूप से बंद करने" के लिए सरकारी आदेश जारी किया।
पिछले हफ्ते तूतिकोरिन में 13 लोग मारे गए थे जब पुलिस ने स्टरलाइट विरोधी प्रदर्शनकारियों पर गोली चला दी थी, जो "प्रदूषण" संयंत्र को बंद करने के लिए समाहर्ता कार्यालय की ओर बढ़ रहे थे।
तमिलनाडु सरकार का यह आदेश मंगलवार को शुरू होने वाले विधानसभा सत्र की पूर्व संध्या पर जारी किया गया, जिसे स्टरलाइट के ख़िलाफ़ चलाए गए विरोध प्रदर्शनों के लिए एक अच्छे चिन्ह के रूप में देखा जा रहा है।
तूतिकोरिन के कलेक्टर संदीप नंदुरी ने कहा, "हमने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार इस संयंत्र को सील कर दिया है"। उन्होंने कहा, "प्लांट स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है तथा कोई और भ्रम नहीं है। मैं तूतिकोरिन के लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे जिला में सामान्य स्थिति लाने के लिए प्रशासन के साथ सहयोग करें।"
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.के. पलानीसामी ने एक वक्तव्य में कहा कि तूतिकोरिन की जनता प्लांट का विरोध कर रही थी और वह उसके स्थायी सील की मांग कर रही थी क्योंकि इसने राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल और टीएनपीसीबी द्वारा निर्धारित पर्यावरण से संबंधित शर्तों का उल्लंघन किया था।
उन्होंने कहा कि प्लांट का विरोध करने वाले कई दलों की मांग के आधार पर आज की सभा में, प्लांट को स्थायी रूप से बंद करने की मांग को कड़ाई से लिया गया।
तमिलनाडु के तूतीकोरिन ज़िले में वेदांता ग्रुप की कंपनी स्टरलाइट कॉपर के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन महीनों तक चलता रहा और मंगलवार को जब इस विरोध प्रदर्शन के सौ दिन पूरे हुए तो तमिलनाडु के अलग-अलग इलाकों से आए प्रदर्शनकारियों ने ज़िलाधिकारी के दफ़्तर की ओर मार्च किया। पुलिस ने हालात पर काबू करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ बढ़ने लगी और पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल शुरू कर दिया, बाद में गोलियां भी चलाई गईं।
इस दौरान आम लोगों और पुलिस में झड़प हुई और पुलिस की गोलीबारी में 13 लोग मारे गए। मरने वालों में एक महिला भी थीं।
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