2018-05-16 15:25:00

विश्व ख्रीस्तीय परिषद की 70वीं वर्षगांठ पर संत पापा की जिनेवा यात्रा


वाटिकन सिटी, बुधवार 16 मई 2018 (वीआर,रेई) :  21 जून को विश्व ख्रीस्तीय परिषद की 70वीं वर्षगांठ पर संत पापा फ्राँसिस की एतिहासिक जिनेवा यात्रा होगी।

15 मई को जिनेवा में,  संत पापा फ्राँसिस की विश्व ख्रीस्तीय परिषद (डब्ल्यूसीसी) के मुख्यालय की पहली यात्रा को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत किया गया था। 110 देशों में 348 कलीसियाओँ से बना दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण परिषद जो अंग्लिकन, एवंजेलिकन और ऑर्थोडोक्स सहित लगभग 500 मिलियन लोगों का प्रतिनिधित्व करता है।

सीईसी के महासचिव, पादरी ओलाव फिक्से टेविट और लोसानो, जिनेवा एवं फ्रिबुर्ग के धर्माध्यक्ष चार्ल्स मोरेरोड ने पत्रकारों के साथ बैठक का संचालन किया।  ख्रीस्तीय एकता के लिए परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष  कार्डिनल कूर्ट कोच  स्वास्थ्य कारणों से मौजूद नहीं हो सके। उनके स्थान पर परमधर्मपीठीय  परिषद के फादर अंद्रेस कोरोमान्सकी ने संत पापा के कार्यक्रम को प्रस्तुत किया।

"साथ चलना, प्रार्थना करना और सहयोग देना"

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि 21 जून के दिन को तीन चरणों में विभाजित किया जाएगा।

पहला चरणः विश्व ख्रीस्तीय परिषद (डब्ल्यूसीसी) का 70वां वर्षगांठ समारोह मनाया जाएगा। सीईसी के महासचिव ओलाफ फिक्से टेविट ने कहा कि इस महत्वपूर्ण मील का पत्थर मनाने के लिए संत पापा फ्राँसिस की मेजबानी करना एक महान सम्मान की बात है। लूथरन पादरी ने इस यात्रा के आदर्श वाक्य "साथ चलना, प्रार्थना करना और सहयोग देना" को समझाया, जिसे सम्मेलन के वार्तालाप में शामिल किया गया है। महासचिव ओलाफ फिक्से टेविट ने इस बात पर जोर देकर कहा कि यूरोप और दुनिया में शांति के संरक्षण के लिए कलीसियाई एकता महत्वपूर्ण है। हम सब जानते हैं कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान क्या हुआ था।

काथलिक कलीसिया धार्मिक और व्यावहारिक कारणों से सीईसी के अंदर नहीं है परंतु फादर अंद्रेस कोरोमान्सकी ने अपनी ओर से  याद दिलाया कि शिक्षा और एकजुटता के क्षेत्र में काथलिक कलीसिया और विश्व कलीसियाई परिषदों के बीच कई आम परियोजनाएँ हैं।

दूसरा चरणः धर्माध्यक्ष चार्ल्स मोरेरोड ने पत्रकारों को बताया कि संत पापा फ्राँसिस स्विटजरलैंड के ख्रीस्तीय समुदाय से मिलेंगे। उन्होंने स्विटजरलैंड को अंतरराष्ट्रीय देश की संज्ञा दी जहाँ विभिन्न काथलिकों और अन्य कलीसियाओं के बीच अच्छा संबंध है। साथ ही वहाँ के लोग शांति हेतु आपसी वार्तालाप के लिए खुले हुए हैं। पालेक्सपो में मनाए गए पवित्र मिस्सा का भी एक सार्वभौमिक महत्व होगा।

तीसरा चरणः स्विस सरकार के तीन सदस्यों के साथ संत पापा फ्रांसिस की बैठक होगी। स्विस सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक, यह स्विस कन्फेडरेशन और परमघर्मपीठ के बीच उत्कृष्ट राजनयिक संबंध दिखाता है। संत पापा का स्वागत संघ के अध्यक्ष, एलन बर्सेट, संघीय काउंसिलर, इग्नाज़ियो कैसिस और राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्ष डोमिनिक डी बुमान करेंगे।

यात्रा का कार्यक्रम

21 जून को संत पापा 10.10 बजे जिनेवा पधारेंगे।

10.30 बजे हवाईअड्डे के एक शाला में संत पापा स्विस कन्फेडरेशन के अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे।

11.15 विश्व ख्रीस्तीय परिषद (डब्ल्यूसीसी) के मुख्यालय में प्रार्थना होगी।

 दोपहर का भोजन इकुमेनिकल इंस्टीट्यूट ऑफ बोस्से में होगा। इसके बाद संत पापा डब्ल्यूसीसी के मुख्यालय वापस लौटेंगे और वहाँ उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे।

 फिर 5.30 बजे जिनेवा में पालेक्सपो में पवित्र युखारीस्तीय समारोह का अनुष्ठान करेंगे जिसमें 40,000 से अधिक विश्वासियों के जमा होना की उम्मीद की जाती है।

तीर्थयात्रा के लिए लोगो

ख्रीस्तीय एकता के परमधर्मपीठीय परिषद से फादर अंद्रेस कोरोमान्सकी  के साथ डब्ल्यूसीसी नेता ने तीर्थयात्रा के लिए लोगो प्रस्तुत किया। एक नाव को मस्तूल के सहारे, लहरों पर चलाया जा रहा है यह उन ख्रीस्तीयों की इच्छा का प्रतीक है जो दुनिया में न्याय और शांति की खोज में एक साथ यात्रा कर रहे हैं।








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