2018-05-16 15:07:00

कोर ओरान्स : मठवासी महिलाओं के जीवन के लिए निर्देश


वाटिकन सिटी, बुधवार 16 मई 2018 (वीआर,रेई) : मंगलवार 15 मई को वाटिकन में महिलाओं के मठवासी  जीवन के लिए निर्देश के रुप में एक दस्तावेज प्रस्तुत किया गया।

इस दस्तावेज का शीर्षक है "कोर ओरान" ("प्रार्थना करने वाला दिल") यह संत पापा फ्राँसिस के 2016 अपोस्टोलिक संविधान - "वल्लुम देई क्वेरेरे" ("ईश्वर के चेहरे की तलाश करें") काथलिक महिलाओं के प्रार्थना एवं मनन-ध्यान समुदायों को लागू करने के निर्देशों को प्रदान करता है।

 इसमें, संत पापा प्रार्थनामय जीवन से  लेकर कार्य आदतों तक 12 विविध क्षेत्रों में परिवर्तनों को लागू करने के लिए कहते है।

"कोर ओरान" को वाटिकन प्रेस कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, धर्मसंघी और धर्मसमाजियों के प्रेरिताई के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के सचिव महाधर्माध्यक्ष होसे रोड्रिगेज कार्बालो और उपसचिव फादर सेबेस्टियानो पासीओला के नेतृत्व में प्रस्तुत किया गया था।

आज दुनिया में लगभग 38,000 मठवासी धर्मबहनें हैं और इसी कारण से नए दस्तावेज़ की सामग्री न केवल मठवासियों के लिए और कलीसिया के लिए बल्कि समाज के लिए भी दिलचस्प है। महाधर्माध्यक्ष रोड्रिगेज कैबलो ने बताया कि दस्तावेज़ का उद्देश्य "कानून के प्रावधानों को स्पष्ट करना, इसके निष्पादन के लिए प्रक्रियाओं को विकसित करना और निर्धारित करना है"।

दस्तावेज धर्मबहनों के लिए मठों की स्थापना और संचालन से संबंधित सभी व्यावहारिक, प्रशासनिक, कानूनी और आध्यात्मिक पहलुओं के बारे में सटीक दिशानिर्देश प्रदान करता है।

इनमें मठों की स्वायत्तता, स्थापना और मठों के निर्माण, उनके हस्तांतरण और अंतिम विघटन, मठों पर कलीसियाई सतर्कता की आवश्यकता, कुछ  प्रश्नों में धर्मप्रांतीय धर्माध्यक्ष के साथ संबंध, बाहरी दुनिया से धर्मबहन को अलग करने के नियम और कानून, "संचार के साधन, "संत पापा के संलग्न पत्र” आदि विस्तृत निर्देश शामिल हैं।








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