रोम, बृहस्पतिवार, 10 मई 2018 (रेई)˸ संत पापा फ्राँसिस इटली में अपनी 22वीं एक दिवसीय प्रेरितिक यात्रा पर, बृहस्पतिवार को हेलीकोप्टर द्वारा नोमादेलफिया के लिए रवाना हुए तथा आधा घंटा की यात्रा कर करीब 8.00 बजे नोमादेलफिया पहुँचे जो एक काथलिक समुदाय है जिसकी स्थापना ग्रोसेटो में स्वर्गीय फादर ज़ेनो सालतिनी द्वारा सन् 1947 में की गयी थी।
संत पापा ने अपनी इस यात्रा में इटली के तोस्काना प्रांत के नोमादेलफिया एवं लोप्पियानो शहरों का दौरा किया जो दो काथलिक आंदोलनों से जुड़े हैं।
नोमादेलफिया
नोमादेलफिया, परिवारों एवं अविवाहित लोगों का एक काथलिक समुदाय है जो प्रेरित- चरित में वर्णित प्रथम ख्रीस्तीय समुदाय से प्रेरणा प्राप्त कर, भ्रातृत्व की जीवनशैली को अपनाता है। नोमादेलफिया समुदाय में सभी सम्पतियों को साक्षा किया जाता है और किसी के पास निजी सम्पति नहीं रखी जाती है। यह उन परिवारों का समूह है जो परित्यक्त बच्चों को गोद लेते हैं।
नोमादेलफिया पहुँचने के तुरन्त बाद संत पापा ने फादर ज़ेलो सालतिनी की कब्र पर प्रार्थना की। उसके बाद वे समुदाय के एक परिवार में गये जहाँ उन्होंने समुदाय के सदस्यों एवं युवाओं से मुलाकात की तथा उन्हें अपना संदेश दिया।
संत पापा की इस यात्रा में करीब 4000 लोग एकत्रित थे।
इसके पूर्व संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने 21 मई 1989 को इसकी यात्रा की थी।
लोप्पियानो
नोमाडेलफिया से विदा होकर संत पापा फ्राँसिस, तोस्काना के निकट लोप्पियाना गये जहाँ फोकोलारे आंदोलन का प्रथम अंतरराष्ट्रीय केंद्र की स्थापना 1964 में की गयी थी।
फोकोलारे एक अंतरराष्ट्रीय आंदोलन है जो इटली में एकता तथा सभी लोगों के बीच आपसी भाईचारा को प्रोत्साहन देता है। आज यह आंदोलन कुल 194 देशों में फैला है।
यह पहली बार है जब संत पापा ने लोप्पियानो का दौरा किया जहाँ करीब 7000 लोगों ने उनका स्वागत किया। लोप्पियानो में संत पापा ने फोकोलारे कॉम्पलेक्स स्थित मरिया थेयोटोकोस (ईश माता मरियम) तीर्थालय में प्रार्थना की।
उसके बाद उन्होंने लोगों के कई सवालों का उत्तर दिया। फोकोलारे आंदोलन के प्रतिनिधियों से मुलाकात करने के उपरांत संत पापा रोम वापस लौटेंगे।
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