वाटिकन सिटी, मंगलवार, 8 मई 2018 (वाटिकन न्यूज़)˸ विस्थापितों एवं शरणार्थियों के समर्थन हेतु संत पापा फ्राँसिस के आह्वान के प्रत्युत्तर में दक्षिण अमरीका के काथलिक धर्मगुरू, बेनेजुएला में गरीबी के कारण पलायन कर रहे लोगों के लिए "एकात्मता के सेतु" नामक एक परियोजन जारी किया है।
बेनेजुएला के विस्थापितों की मदद के लिए जारी दो वर्षीय प्रेरितिक योजना को, सोमवार को वाटिकन प्रेस पत्रसार में प्रस्तुत किया गया।
प्रेस ब्रीफिंग में कहा गया कि पलायन की समस्या पर बहुत कम बात कर, विश्व पर चोट किया गया है जिसके कारण बेनेजुएला में पिछले दो वर्षों में ही लगभग दस लाख लोग पलायन कर चुके हैं। जिनमें से हज़ारों लोग पूर्व राष्ट्रपति ह्यूगो चावेज़ द्वारा 1999 में तथाकथित समाजवादी क्रांति शुरू करने के बाद देश छोड़ने के लिए मजबूर हुए हैं।
वर्तमान नेता निकोलास मादूरो के समय संकट की स्थिति, गरीबी, कुपोषण तथा मुद्रास्फीति की दुनिया की उच्चतम दर से बढ़ोतरी के कारण बदतर होती जा रही है। सरकारी नीतियों के खिलाफ विरोध करने वाले नियमित रूप से गिरफ्तार किए जाते हैं। राजनीतिक शरण खोजने वाले भी बेतहाशा भोजन एवं दवाईयों की तलाश करने के लिए मजबूर हैं।
बेनेजुएला से पलायन करने वाले अधिकतर लोग दक्षिण अमरीका के अन्य देशों की ओर बढ़ रहे हैं, खासकर, कोलोम्बिया की ओर। उन देशों की सीमाओं पर पुलिस द्वारा प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है। पुलिस उन लोगों को खदेड़ रहे हैं जिनके पास विस्थापितों के आवश्यक दस्तावेज नहीं है।
इन संकटों के बीच आठ दक्षिण अमरीकी देशों के कलीसियाई नेताओं ने एक साथ मिलकर शरणार्थियों की सहायता करने का निश्चय किया है। संत पापा के मार्गदर्शन में विस्थापितों एवं शरणार्थियों के लिए गठित परमधर्मपीठीय समिति के समर्थन द्वारा कोलोम्बिया, ब्राजील, एक्वाडोर, पेरू, चिली, बोलिविया, पाराग्वे तथा अर्जेंटीना आदि देशों के धर्माध्यक्षों ने नवागंतुकों के स्वागत हेतु कार्यक्रम की शुरूआत की है, जबकि स्थानीय मेजबान समुदायों के सबसे कमजोर सदस्यों की भी मदद करने का निश्चय किया गया है।
विस्थापितों एवं शरणार्थियों के लिए गठित परमधर्मपीठीय समिति के उपसचिव फादर माईकेल चरनी ने कहा कि यह परियोजना उस अनुभूति पर तैयार की गयी है कि बड़ी संख्या में लोग उसी मूल के हैं तथा स्थानीय एवं बाहरी दोनों ही प्रकार के लोगों की आवश्यकताएं एक समान हैं। यही कारण है कि इसे बेनेजुएलाई सेतु कहा गया है।
‘एकात्मता के सेतु’ योजना में मेजबान देशों में आवासहीन लोगों के लिए शरण, घर के निर्माण, नौकरी, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधा, कानूनी मदद, प्रेरितिक कार्यों में लगे लोगों के प्रशिक्षण और जागरूकता अभियान हेतु सहायता प्रदान किया जाता है। फादर चरनी ने कहा कि इन व्यवहारिक प्रयासों द्वारा सरकार को जोरदार संदेश दिया जा रहा है जिन्होंने उन लोगों के लिए अपना द्वार बंद करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि इस योजना द्वारा वे बेनेजुएला के कमजोर लोगों को शोषण एवं मानव तस्करी से बचने में मदद देंगे। कलीसिया के इस कार्य का उद्देश्य है शरणार्थी एवं मेजबान देशों के बीच तनाव कम करना।
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