2018-05-04 11:51:00

म्यानमार के धर्माध्यक्षों ने कच्छिन राज्य में किया न्याय एवं शांति का आह्वान


म्यानमार, शुक्रवार, 4 मई 2018 (रेई,वाटिकन रेडियो): म्यांमार के उत्तरी कच्छिन राज्य में  सरकारी सुरक्षा बलों और कच्छिन स्वतंत्रता सेनानियों के बीच विद्रोहों की तेज वृद्धि के बाद म्यानमार के काथलिक धर्माध्यक्षों ने क्षेत्र में न्याय और शांति का आह्वान किया है।

संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस सप्ताह एक रिपोर्ट में बताया कि सरकारी सेना ने चीन की सीमा के निकटवर्ती गाँवों पर हवाई बम विस्फोट और गोलाबारी की है। म्यांमार में मानव अधिकार सम्बन्धी संयुक्त राष्ट्र के विशेष आयुक्त ने मंगलवार को कहा, "नागरिक "मारे जा रहे हैं और घायल हो रहे हैं तथा सैकड़ों परिवार अपनी प्राण रक्षा के लिये भागने पर बाध्य हैं।"

उत्तरी मीतकीईना धर्मप्रान्त के धर्माध्यक्ष फ्राँसिस दाओ तांग सन्त पापा फ्राँसिस के साथ अपनी पंचवर्षीय पारम्परिक मुलाकात हेतु इस समय रोम में हैं। उन्होंने वाटिकन न्यूज़ से बातचीत में बताया कि कलीसिया संघर्ष के बीच शांति और पुनर्मिलन का प्रयास कर रही है।   

म्यानमार में बहुसंख्यक बर्मी बौद्ध तथा देश के कई अलग-अलग जातीय अल्पसंख्यकों के बीच संघर्ष जारी है।

धर्माध्यक्ष तांग ने कहा कि सेना विगत एक वर्ष से अम्बर खनन क्षेत्रों को छोड़ने का आदेश दे रही है किन्तु अब उसने सीमा क्षेत्र पर हमला करना शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा, "शनैः शनैः", सेना क्षेत्र में प्रवेश कर रही है और नागरिकों को आदेश दे रही है, इनमें स्थानीय लोगों के साथ-साथ क्षेत्र के खनिक भी शामिल हैं। अनेक गाँवों पर हमला किया गया, अनेक भागने में सफल हो गये किन्तु कई लोग विगत तीन सप्ताहों से घने जंगलों में फंसे हैं।  

धर्माध्यक्ष ने कहा कि कलीसिया के अधिकारी लोगों के साथ बातचीत का प्रयास कर रहे हैं तथा उन तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं किन्तु अब तक वे सफल नहीं हुए हैं। उन्होंने बताया कि गम्भीर स्थिति के मद्देनज़र बर्मा के असंख्य युवाओं ने विरोध प्रदर्शनों का आह्वान किया है ताकि जंगलों में फंसे लोगों को मुक्त किया जा सके जो भोजन, स्वास्थ्य सेवा एवं आवागमन की स्वतंत्रता के बिना बहुत कष्ट उठा रहे हैं।








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