2018-04-26 16:15:00

मध्यपूर्व में शांति हेतु प्रार्थना करने के लिए संत पापा करेंगे बारी का दौरा


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 26 अप्रैल 2018 (वाटिकन न्यूज़)˸ संत पापा फ्राँसिस 7 जुलाई को दक्षिण इटली के बारी शहर का दौरा करेंगे।

वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक एवं वाटिकन प्रवक्ता ग्रेग बर्क ने बुधवार को एक प्रेस सम्मेलन में इसकी जानकारी दी तथा कहा कि संत पापा इस यात्रा में उस क्षेत्र के अन्य ख्रीस्तीय समुदायों के शीर्ष अधिकारियों एवं अन्य धर्मों के धर्मगुरूओं को निमंत्रण देना चाहते हैं।  

वाटिकन प्रवक्ता ने कहा कि संत पापा ने लोगों से अपील की है कि वे प्रार्थना द्वारा तैयारी करें और मध्यपूर्व की भयंकर परिस्थिति की याद करें जो हमारे कई भाई बहनों के विश्वास को प्रभावित कर रहा है।  

मध्यपूर्व की स्थिति, सीरिया से यमन तक, लेबनान से ईरान और पवित्र भूमि तक, बिगड़ना जारी है अधिक लोग शरणार्थी बनने के लिए मजबूर होते जा रहे हैं, ख्रीस्तीय समुदायों एवं अल्पसंख्यकों की पीड़ा बढ़ती जा रही है।

15 अप्रैल को अमरीका, फ्राँस एवं ब्रिटेन के सीरिया पर बम बारी के बाद संत पापा ने स्वर्ग की रानी प्रार्थना के दौरान कहा था, "सीरिया में शांति हेतु आम प्रयास की कमी से मैं बहुत परेशान हूँ।" उन्होंने उपकरण रहने के बावजूद शांति हेतु अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा संयुक्त कदम उठाने की असमर्थता की निंदा की थी।

संत पापा ने मास्को के ऑर्थोडॉक्स प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल से फोन में बातें की थी जिसकी जानकारी देते हुए उन्होंने पत्रकारों को बतलाया, "हमने इस पहल का स्वागत किया है यह जानते हुए कि सीरिया में जो हो रहा है उससे ख्रीस्तीय उदासीन नहीं रह सकते...यह शांति के विषय में एक महत्वपूर्ण वार्ता थी। हमने सीरिया की स्थिति के बारे अपनी आम चिंताओं को साझा किया तथा बातें की कि ख्रीस्तीय युद्ध, हिंसा एवं कई दुःखद घटनाओं को रोकने की इस परिस्थिति से किस तरह प्रभावित हो रहे हैं।

संत पापा ने 23 फरवरी को सीरिया, दक्षिणी सूडान एवं कोंगो में शांति हेतु प्रार्थना एवं उपवास की घोषणा की थी।  

ज्ञात हो कि बारी इटली के दक्षिण-पूर्वी पुग्लिया क्षेत्र में एड्रियाटिक तट पर स्थित है। इसके हवाई अड्डे का नाम संत पापा जॉन पौल द्वितीय के नाम पर कारोल वाजतिला हवाई अड्डा रखा गया है। यहाँ का प्राचीन महागिरजाघर संत निकोलास को समर्पित है जो काथलिकों एवं ऑर्थोडॉक्स दोनों समुदायों का तीर्थस्थल है।

पाँच महीने के अंदर यह संत पापा फ्राँसिस की तीसरी यात्रा होगी। इससे पहले वे मार्च महीने में संत जोवान्नी रोतोन्दो जाकर संत पाद्रे पीयो की कब्र पर प्रार्थना अर्पित की थी उसके बाद वे अप्रैल माह में अलेस्सानो एवं मोलफेत्ता जाकर पूर्व धर्माध्यक्ष डॉन तोनिनो बेल्लो की विरासत को भी याद किया था।








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