2018-04-03 12:55:00

ओक्खी राहत कार्यों में लापरवाही पर कलीसिया ने केरल सरकार की निदा की


तिरूवनान्दापुरम, मंगलवार, 3 अप्रैल 2018 (मेट्रस इंडिया)˸ त्रिवेंद्रम के महाधर्माध्यक्ष एम. सुसाईपाकियम ने, राज्य की पिनरायी विजयन सरकार को, ओखी चक्रवात की तबाही के शिकार लोगों के पुनर्वास हेतु सही तरीके से काम नहीं करने के लिए उसकी कड़ी आलोचना की जबकि इस परिस्थिति में सुधार लाने हेतु तमिलनाडु सरकार की तारीफ की।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि उन्हें बतलाया गया है कि राजनीतिक नेता दल की सभाओं एवं अन्य चीजों में व्यस्त हैं।

उन्होंने कहा, "केरल में ओखी से मरने वालों की कुल संख्या 146 थी किन्तु क्षतिपूर्ति केवल 49 लोगों को प्रदान की गयी है जबकि तमिलनाडु में 146 लोगों को क्षतिपूर्ति दी गयी है।"

कलीसिया के नेताओं ने ओखी से राहत के लिए दिए गये फंड एवं उनके पुनर्वास पर  खर्च किये गये रकम की सामाजिक हिसाब-किताब की जाँच की भी मांग की।

कलीसिया के अनुसार चक्रवात में 146 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि केरल सरकार के आंकड़े में सिर्फ 52 लोगों के मारे जाने एवं 91 लोगों के लापता होते की जानकारी दी गयी है।

ओखी चक्रवात पिछला साल 30 नवम्बर को केरल के दक्षिणी क्षेत्र में आया था जिसके द्वारा दो गाँव सबसे अधिक प्रभावित हुए थे जिनमें मछवारे रहते हैं। इन गाँवों में अधिकांश लोग ख्रीस्तीय हैं।

महाधर्माध्यक्ष ने यह भी कहा कि उन्होंने चक्रवात प्रभावित लोगों के मेडिकल खर्च के लिए करीब 14 लाख रूपये अनुदान दिये थे, साथ ही, उन्होंने तटीय इलाकों में कई परामर्श सभा आयोजित किया और इसके लिए काफी रकम खर्च की है।

केरल सरकार ने जारी सत्र को सूचित किया था कि परिवारों को क्षतिपूर्ति प्रदान किये जाने की प्रक्रिया जारी है तथा यह औपचारिकता समाप्त हो जाने पर भी जारी रहेगा। 

जनवरी में घोषित किया गया था कि जब मृतक के परिवारवालों को क्षतिपूर्ति के रूप में 20 लाख दिया जाएगा तथा जाँच के बाद उतना ही रकम उन मछवावों को भी दिया जाएगा जो लापता हैं।








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