2018-04-02 17:07:00

अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा पाकिस्तानी काथलिक की मौत


 लाहौर, सोमवार,2 अप्रैल 2018 (उकान) :  पाकिस्तान में ख्रीस्तीय धर्म की सबसे पवित्र अवधि, पवित्र सप्ताह में, 34 वर्षीय पाकिस्तानी काथोलिक को लाहौर के एक सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों और सुरक्षा गार्डों द्वारा कथित रूप से पीटे जाने के बाद काथलिकों में हताशा फैल गई।

सुनील सलीम, 26 मार्च को उनकी चोटों के कारण मौत हो गई थीं, जब उसने एक महिला चिकित्सक को अपनी गर्भवती बहन को मारने से मना किया था।

परिवार के सदस्यों पर हमला

मृतक के एक भाई अनील सलीम ने ऊकान्यूज से कहा, "लगभग 20 सुरक्षा गार्ड और 14 डॉक्टरों ने मेरे भाइयों और चचेरे भाईयों को मारपीट की, कुर्सियां और बेल्ट से मारा।" उन्होंने कहा कि सुनील की पसलियों और पैर टूट गए थे। "वह बेहोश हो गया और बाद में अस्पताल में ही मृत्यु हो गई।"

27 मार्च को पुलिस में एक शिकायत दर्ज की गई, जिसके अनुसार नौ महीने की गर्भवती बहन को एक महिला डॉक्टर ने थप्पड़ मारा था। स्थानीय पुलिस ने पांच डॉक्टरों और अस्पताल के कई सुरक्षा गार्ड के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।

अंतिम संस्कार

पाकिस्तानी धर्माध्यक्षीय सामाजिक संचार आयोग के कार्यकारी सचिव फादर कैशर फिरोज ने 27 मार्च को सुनील का अंतिम संस्कार किया।

दुखित फादर फिरोज ने कहा, "इस तरह की त्रासदी की यह पहली घटना है ... लोग इलाज के लिए अस्पताल जाते हैं और डॉक्टरों को उनकी जान बचानी चाहिए।"

अस्पताल ने परिवार के खिलाफ शिकायत की हैं

अस्पताल के प्रशासक ने भी 'कानूनन' स्थिति बनाने के लिए काथोलिक परिवार के खिलाफ पुलिस में एक आवेदन दायर किया है। स्थानीय मीडिया ‘डॉन’ ने बताया कि एक मेडिकल अधीक्षक ने कहा: "लड़ाई शुरू हुई जब अस्पताल के गार्ड ने एक मरीज के रिश्तेदार को मोबाइल फोन में वार्ड का एक वीडियो बनाने से रोका था।"

पंजाब के मुख्य मंत्री शाहबाज शरीफ ने सुनील के परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की और और घटना की जांच का आदेश दिया।

‘क्रिस्चियन ट्रू स्पीरिट’ नामक एक एनजीओ जो उत्पीड़न के शिकार लोगों को सहायता करती है, ने कहा कि वे छह महीने तक पीड़िता के परिवार को मुफ्त कानूनी सहायता और वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे। सुनील के बच्चों में सबसे छोटी चार महीने की बेटी है।








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