2018-03-08 15:37:00

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी


लाहौर, बृहस्पतिवार, 8 मार्च 2018 (एशियान्यूज़)˸ स्वतंत्र होकर काम करना एवं बेहतर अवसर प्राप्त करना, यही मांग, पाकिस्तान की ख्रीस्तीय एवं मुस्लिम महिलाओं ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी में रखीं।

लाहौर के दोमनिकन शांति केंद्र में आयोजित अंतरधार्मिक संगोष्ठी में भाग लेने वालों में प्रमुख थीं, महिला लीग मिन्हज-उल-कुरान संगठन की सदस्य अनिला दोगेर। उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा, ̎हम परिवार के सभी पुरूष सदस्यों से अपील करते हैं कि वे हमें घर से बाहर निकलने की अनुमति दें तथा हमें अवसर प्रदान करें।

इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की विषयवस्तु थी ̎प्रगति के लिए प्रेस̎। सभा में 100 से अधिक लोग उपस्थित थे जिनमें कुछ धर्मबहनें एवं महिला संयोजिकाएँ भी उपस्थित थीं। अनिला ने बतलाया कि एशियाई देशों में लड़कियाँ दहेज के कारण घर बैठे महिला बन जाती हैं। घरेलू हिंसा की घटनाएँ अभी भी बड़े पैमाने पर जारी है। हम 21वीं सदी में जी रहे हैं किन्तु हम अब भी जंगल के कानून को देख रहे हैं।"

सभा का आयोजन पाकिस्तान की धार्मिक एकता संगठन ने की थी। इस संगठन में 54 असोसियेशन आते हैं जिनका उद्देश्य है अंतरधार्मिक शांति एवं सौहार्द को बढ़ावा देना। इसके द्वारा महिलाओं की मुक्ति, उनके प्रति हो रही हिंसा को दूर करने तथा स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु समिनारों का आयोजन किया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिलाओं को फूल माला से सम्मानित किया गया। प्रवक्ताओं ने महिलाओं के मौलिक अधिकारों को रेखांकित किया जिसपर पाकिस्तान में अधिक ध्यान नहीं दिया जाता खासकर, गाड़ी चलाने, राजनीति में भाग लेने, सम्पति प्राप्त करने, परिवार का समर्थन एवं शिक्षा आदि में। उन्होंने महिलाओं के साथ बुरा वर्ताव करने और उनके साथ रास्तों पर छेड़छाड़ करने की घटनाओं पर भी प्रकाश डाला।

पाकिस्तान के प्रांतीय संयोजक फा. जेम्स चान्नान ने एशिया न्यूज़ से कहा कि सरकार को महिलाओं के लिए नया व्यावसायिक केंद्र खोलना चाहिए क्योंकि यह बहुत कम है। उन्होंने कहा कि हमारी महिलाओं को द्वितीय स्तर का नागरिक समझा जाता है। नौकरी की खोज करने से उन्हें निरूत्साहित किया जाता है। सरकार उनके लिए नये कार्यक्रेमों की घोषणा करती है किन्तु उनके कार्यान्वयन में कोई उत्साह नहीं दिखाती है।

 

 

Usha Tirkey








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