2018-02-21 17:10:00

प्रवासियों का निर्वासन: इस्रायल छोड़ने से इनकार करने वाले सात एरित्रियों की गिरफ्तारी


येरुसालेम, बुधवार 21 फरवरी 2018 (एशियान्यूज) : इस्राएल छोड़ने से इंकार करने के लिए सात इरित्रियन शरणार्थियों को कल गिरफ्तार किया गया। इस्राएली सरकार द्वारा अनुमोदित नियमों का उलंघन करने वालों में हैं, जिन्होंने हजारों शरण चाहने वालों को अप्रैल से देश छोड़ने या जेल की सजा सुनाई थी। गिरफ्तारी के विरोध में, होलोट शिविर में रखे गए शरणार्थियों ने एक भूख हड़ताल शुरू कर दी है।

पूर्व-निष्कासन साक्षात्कार के लिए बुलाए गए सात इरित्रियों को तत्काल सहरोहीम जेल में लाया गया। इससे पहले, उन्हें हॉलोट शिविर में रखा गया था। चार साल पहले नेजेव रेगिस्तान में एक शरण सुविधा स्थापित की गई थी, जो शरण चाहने वालों को हिरासत में लेती थी। उनमें से दो सिनाई में यातना का सामना कर रहे थे, लेकिन उनमें से किसी को भी राजनीतिक शरण नहीं दी गई। वे जेल में अनिश्चित काल तक रहेंगे जब तक कि वे अपना मन बदलकर निष्कासन को स्वीकार करने का निर्णय करलें।

होलोट शरणार्थियों ने गिरफ्तारी के जवाब में एक भूख हड़ताल शुरू की है। "कोई भी खा नहीं रहा है। वे हमें बताते हैं कि भोजन को फेंकना पाप है। हम कहते हैं कि यहाँ जीवन को फेंका जा रहा है"। हॉलोट शिविर में 900 शरण चाहने वालों में, 100 को निष्कासन अधिसूचना प्राप्त हुई है

वर्तमान में इसराइल में लगभग 40 हजार इरित्रियन और सूडानी लोग हैं और लगभग 15-20 हजार लोग निष्कासन के जोखिम में हैं। सरकार का दावा है कि वह प्रति वर्ष 7,200 लोगों को निष्कासित करना चाहती है। निष्कासन सेवा सलाह देती है कि उनके पास अधिकतम 1,000 शरणार्थियों के लिए जगह है।








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