2018-02-20 16:29:00

विदेश में काम करने वाले फिलीपीनियों के प्रति एकात्मता


मनिला, मंगलवार, 20 फरवरी 2018 (एशियान्यूज़): फिलीपींन्स की कलीसिया ने 32वीं राष्ट्रीय अप्रवासी रविवार पर, फिलीपींस के विदेशों में जाकर काम करने वालों के प्रति एकात्मता प्रकट करते हुए मेजबान देशों से, उनके प्रति बेहतर आचरण की मांग की।

राष्ट्रीय अप्रवासी रविवार की स्थापना आर्थिक प्रवासन की वास्तविकताओं के प्रति जागरूकता, समझदारी एवं सकारात्मक भावना जागृत करने के लिए की गयी है। इस वर्ष इसकी विषयवस्तु है "विस्थापितों एवं शरणार्थियों का स्वागत, सुरक्षा एवं एकीकरण।" 

1987 में इसकी स्थापना के समय से ही कलीसिया ने अप्रवासियों के प्रति सहानुभूति रखी है।

इस समय फिलीपींस के करीब 10 मिलियन लोग विदेशों में काम कर रहे हैं और उनमें से कई सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, हांगकांग, कुवैत और कतर में हैं। 

उनके द्वार भेजे हुए धन से देश की आर्थिक स्थिति का विकास हो रहा है। गत साल उन्होंने अपने देश के लिए 1.4 ट्रीलियन (2.6 बिलियन डॉलर) पेसो भेजा था।

14 फरवरी को, फिलिपीन्स अधिकारियों ने कुवैत से 10,000 प्रवासी श्रमिकों के प्रत्यावर्तन का आदेश दिया। इस आदेश के तहत दो दिनों पूर्व अमीरात में प्रवासन को पूरी तरह बंद कर दिया गया।

फिलीपींस के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अप्रवासी एवं शरणार्थियों की प्रेरितिक देखभाल विभाग के अध्यक्ष एवं बालांगा के धर्माध्यक्ष रूपेरतो क्रूज संतोस ने प्रवासियों का समर्थन करते हुए सरकार से अपील की है कि वह फिलीपींस के श्रमिकों को बेहतर सामाजिक सुरक्षा प्रदान करे।

उन्होंने कहा, "हमारे प्रवासी श्रमिकों को सुरक्षित होना चाहिए। उन्हें भयभीत अथवा शोषित नहीं किया जाना चाहिए। उनके अधिकारों की रक्षा की जानी एवं उनकी प्रतिष्ठा का सम्मान किया जाना चाहिए।"

उन्होंने कहा कि सबसे बढ़कर एक प्रवासी एक व्यक्ति है। उसका भी अनुभव, भावना एवं इतिहास है। वह भी ईश्वर द्वारा सृष्ट एवं गुण सम्पन्न है अतः वह किसी के लाभ अथवा सुख का साधन न बने। 








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