2018-02-20 16:25:00

नाबालिगों की सुरक्षा हेतु गठित परमधर्मठीय समिति में भारतीय धर्मबहन


मुम्बई, मंगलवार, 20 फरवरी 2018 (मैटर्स इंडिया): संत पापा फ्राँसिस ने सिस्टर अरिना गोनसालवेस को नाबालिगों की सुरक्षा हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति में शामिल किया है।

सिस्टर अरिना मुम्बई महाधर्मप्रांत में बाल-सुरक्षा के कार्यों में लम्बे समय से जुड़ी हैं। वाटिकन ने इस नियुक्त की घोषणा 17 फरवरी को की।

सि. अरिना ने एशियान्यूज़ से कहा, "मैं इस नियुक्ति से अत्यन्त सम्मानित महसूस कर रही हूँ। यह मेरे लिए एक सौभाग्य है कि मैं भारत से विश्वव्यापी कलीसिया की सेवा कर सकती और उसे अपना योगदान दे सकती हूँ।"

2016 में मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेशियस ने उन्हें बाल सुरक्षा समिति के एक दक्ष सदस्य के रूप में चुना था। सीबीसीआई के नये अध्यक्ष कार्डिनल ग्रेशियस ने सि. अरिना की नियुक्ति का स्वागत किया है।

उन्होंने कहा, "मैं सि. अरिना के चुनाव से अत्यन्त खुश हूँ। इस तरह हमारी एक भारतीय आवाज होगी जिन्हें विश्व व्यापी कलीसिया को सहयोग देने का अवसर प्राप्त होगा।"

सि. एरिना का कहना है कि उनका मिशन है हिंसा को दूर करना एवं बच्चों की मदद करना तथा कमजोर वयस्कों में जागृति लाना। काथलिक कलीसिया सचमुच बच्चों की मदद करना चाहती है और हमें वह सब कुछ करने का प्रयास करना चाहिए जिससे बच्चों की रक्षा की जा सके।

सि. अरिना, नाबालिगों की सुरक्षा हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के 9 नये सदस्यों में से एक हैं। इस समिति के अध्यक्ष कार्डिनल सीन ओ'मेल्ली हैं। 








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