वाटिकन सिटी, सोमवार 29 जनवरी 2018 (वीआर, रेई) : काथलिक अभियान रोम के सैंकड़ों बच्चों और युवाओं ने रविवार को संत पेत्रुस महागिरजजाघर के प्रांगण में संत पापा फ्राँसिस के साथ देवदूत की प्रार्थना का पाठ किया। बच्चों ने शांति के लिए अपनी गवाही देने हेतु संत पेत्रुस महागिरजा के प्रांगण में "शांति का कारवां" नामक पहल में भाग ले रहे थे।
देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने अफगनिस्तान में आतंकी हमले से पीडित लोगों के लिए तथा कुष्ट रोगियों के लिए प्रार्थना की अपील की। संत पापा ने देश-विदेश से आये हुए सभी तीर्थयात्रियों और विश्वसियों का अभिवादन किया। फिर उन्होंने काथलिक अभियान के युवा लोगों के प्रति अपना ध्यान केंद्रित किया। उनके नारे को सुनकर संत पापा ने कहा, "मुझे आशा है कि आपको न सिर्फ इतना पता है कि शोर कैसे करना है, बल्कि आप अच्छे काम करना भी जानते हैं!" इसपर दो युवा प्रतिनिधियों ने जो संत पापा के पास खड़े थे, उन्हें संबोधित करते हुए कहा, "हमारी इच्छा शांति के लिए है!"
उन्होंने संत पापा को बताया कि पिछले वर्ष उनकी गतिविधियों के लिए विषय वस्तु थी ‘फोटोग्राफी की दुनिया’ और उनका नारा था, "क्लिक करने के लिए तैयार।" इस आंदोलन के नेताओं के माध्यम से वे एक तस्वीर के महत्व को सीख रहे हैं "जो तटस्थ नहीं है लेकिन हमेशा अपने साथ एक संदेश लाता है, जो विशेष रूप से शांति का संदेश बन सकता है।"
एकता का संग्रह
युवाओं ने कहा कि उनके काम वास्तव में शोर के रूप में महान हैं क्योंकि वे "एकजुटता का संग्रह" का वर्णन करते हैं, "विकलांग और युद्ध के कारण बच्चे और हमारे जैसे युवा लोग दुगुना पीड़ित हैं।" उन्होंने जितना धन संग्रह किया है वह इराक में विकलांगता से पीड़ित बच्चों के लिए है। अपनी प्रस्तुति के समापन पर, संत पापा फ्राँसिस ने वहाँ उपस्थित सभी लोगों से शांति के लिए प्रार्थना करने को कहा, साथ ही उनके पास खड़े दो बच्चों ने हवा में गुब्बारे छोड़ा।
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