2018-01-29 16:00:00

अपोस्तोलिक अदालत के न्यायिक सत्र के उद्घाटन पर संत पापा का संदेश


वाटिकन सिटी, सोमवार 29 जनवरी 2018 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 29 जनवरी को अपोस्तोलिक अदालत के न्यायिक सत्र के उद्घाटन पर अपोस्तोलिक अदालत के अध्यक्ष, अधिकारियों, वकीलों और सभी सहयोगियों को उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए बधाई दी।

संत पापा ने न्यायिक वर्ष के शुरुआत में शुभकामनाएं देते हुए कहा,"आज मैं आपके साथ आपकी न्यायिक सेवा के एक विशेष पहलू पर चिंतन करना चाहूँगा जो चेतना (विवेक) पर केंद्रित है। वास्तव में आपकी गतिविधि को विवेक की शांति के विभाग के रुप में व्यक्त किया गया है। सभी कार्यों में विवेक का प्रयोग किया जाना आवश्यक है। साथ ही उस सूत्र को अभिव्यक्त किया जाता है जिसके द्वारा आप सजा निर्धारित करते हैं।

विवादास्पद विवाह बंधन की निरर्थकता या वैधता की घोषणा के संबंध में आप ख्रीस्तीय विवेक के विशेषज्ञ के रुप में अपनी भूमिका निभाते हैं। कलीसिया द्वारा सौंपे गये इस कार्य को आप अपने विवेक का प्रयोग करते हुए पवित्र आत्मा की सहायता से संपन्न करते हैं। विश्वास एक प्रकाश है जो न सिर्फ वर्तमान को उजागर करता है, बल्कि भविष्य भी।  शादी और परिवार कलीसिया और समाज का भविष्य हैं। इसलिए स्थायी धर्मशिक्षा की स्थिति को बढ़ावा देना आवश्यक है ताकि बपतिस्मा की चेतना आत्मा के प्रकाश के लिए खुली हो।

संत पापा ने पुनः उनके कामों के प्रति अपनी कृतज्ञता को नवीकृत करते हुए कहा,"आप ईश्वर के लोगों का न्याय करते हैं। मैं आप लोगों के कामों में दिव्य सहायता का आह्वान करता हूँ और अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान करता हूँ।"   








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