2018-01-25 16:01:00

लोनद्रिना में चौदहवीं अंतर-कलीसियाई सम्मेलन को संत पापा का संदेश


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 25 जनवरी 2018 (रेई): संत पापा फ्राँसिस ने ब्राजील के लोनद्रिना महाधर्मप्रांत में 23 से 27 जनवरी तक, चल रही चौदहवीं अंतर-कलीसियाई सम्मेलन, सी ई बी एस के प्रतिभागियों को एक संदेश प्रेषित कर, उन्हें प्रोत्साहन दिया, जो उन्हें शहरी क्षेत्रों की चुनौतियों पर विचार करते हुए सुसमाचार प्रचार के नये उत्साह एवं विश्व के साथ वार्ता करने की शक्ति प्राप्त करने में मदद करेगा जो कलीसिया को नवीकृत कर सकता है।

सम्मेलन की विषयवस्तु है, "मैंने अपनी प्रजा की दयनीय दशा देखी और अत्याचारियों से मुक्ति के लिए उनकी पुकार सुनी।" (निग. 3: 7-8)

वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने संत पापा की ओर संदेश में लिखा, "ईश्वर ने अपने लोगों की पीड़ा को कभी अंदेखा नहीं किया, मिस्र की गुलामी से उन्हें छुड़ाने के लिए उन्होंने मूसा को भेजा और हमें पाप एवं मृत्यु से बचाने हेतु निश्चित समय पर उन्होंने अपने एकलौटे पुत्र येसु ख्रीस्त को भेजा। यह मुक्तिदायी कार्य जिसको हम धर्मविधि में मनाते हैं वह हमारे दैनिक जीवन में प्रकट हो, जहाँ सुसमाचार का प्रकाश चमकता है जो प्रेम एवं एकात्मता से प्रेरित होता और जो प्रेम की भाषा है।"   

संत पापा ने अपने संदेश में सम्मेलन के प्रतिभागियों के साथ एक होकर ईश्वर की कृपा एवं प्रकाश की याचना की ताकि ईश्वर के लिए ग़रीबों एवं भूखों की पुकार सुन कर, न्याय एवं भोजन, कलीसियाई समुदाय के लिए सुसमाचार का साधन बन सके एवं स्थानीय कलीसियाओं द्वारा ब्राजील के समाज में व्यक्ति को प्रोत्साहन दिया जा सके। उन्होंने कहा कि वे नष्ट करने की संस्कृति के गंभीर प्रभावों का सामना कर सकें जो अनेक भाई बहनों को बहिष्कृत होकर जीने के लिए मजबूर करता है। बहिष्कार जो मूल को ही नष्ट कर देता है क्योंकि जो समाज के बाहर झुग्गियों में जीते हैं वे समाज के अंदर नहीं किन्तु बाहर हो चुके हैं। बहिष्कार शोषण नहीं करता बल्कि बचा हुआ को नष्ट करता है।

संत पापा ने सभी प्रतिभागियों, उनके परिवारों, समुदायों, पल्लियों एवं धर्मप्रांतों को अपनी प्रार्थना का आश्वासन देते हुए उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया। 








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