2018-01-25 16:43:00

ख्रीस्तीय एवं धर्मनिरपेक्ष विचार के बीच संबंध के अध्ययन हेतु नया ‘गौदियुम एत स्पेस’ पीठ


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 25 जनवरी 18 (रेई): संत पापा फ्राँसिस ने विवाह एवं परिवार विज्ञान के लिए परमधर्मपीठीय जॉन पौल द्वितीय थेओलोजिकल इंस्टीट्यूट के उद्घाटन समारोह में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को शुभाकामनाएँ अर्पित की।

ख्रीस्तीय एवं धर्मनिरपेक्ष विचार के बीच पारस्परिक संबंध के अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए एक नई अकादमिक पीठ ‘गौदियुम एत स्पेस’ की स्थापना बृहस्पतिवार को, विवाह एवं परिवार विज्ञान के रूप में जॉन पौल द्वितीय ईशशास्त्रीय संस्था के एक विभाग के रूप में की गयी।   

नई अकादमिक पीठ की स्थापना परमधर्मपीठीय संस्था के रूप में अपने आप में एक नया फाऊँडेशन है जिसे गत साल के सितम्बर माह में प्रकाशित मोतू प्रोप्रियो "सुम्मा फामिलीए कूरा" के साथ अस्तित्व में लाया गया था।

‘गौदियुम एत स्पेस’ पीठ के उद्घाटन को संत पापा फ्राँसिस के उस पत्र से चिह्नित किया गया जिसको संस्था के महाकुलपति एवं जीवन के लिए गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष विंचेंसो पालिया ने प्रस्तुत किया।

पत्र में संत पापा ने संस्था के कार्यों की सराहना की थी तथा शुभकामनाएं देते हुए संस्था के प्रति उम्मीद जतायी थी। उन्होंने गौर किया था कि गौदियुम एत स्पेस का प्रकाशन वाटिकन द्वितीय महासभा के अंतिम दिन किया गया था। उन्होंने कहा कि यह गहन इरादों को व्यक्त करने एवं आकार देने में सक्षम है जो परिषद के बुलावे और प्रकाशन को निर्देशित करता है।"

संत पापा ने खुशी जाहिर की है कि संस्था ने एक विशेष समर्पण हेतु कदम उठाया है ताकि उस दस्तावेज को जीवित रखा जा सके एवं उस पर अध्ययन को गहरा किया जा सके जिससे कि इसके धरोहर को अधिक फलप्रद बनाया जा सके।

उन्होंने कहा है कि नया पीठ विवाह और परिवार की दिशा में अपने विशेष अकादमिक मिशन के क्षितिज के भीतर अच्छी तरह से फिट बैठता है। कलीसिया गौदियुम एत स्पेस के द्वारा अपने को नवीकृत रूप में व्यक्त की है एवं परिवार के सुसमाचार को समझती है जो अंततः सिनॉड के दौरान प्रेरितिक प्रबोधन ‘अमोरिस लेतित्सिया’ में प्रकट हुई।  








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