2018-01-23 16:19:00

असहिष्णुता के कारण गारो की कलीसिया को शांति का खतरा


तुरा, मंगलवार, 23 जनवरी 2018 (मैट्रर्स इंडिया): देश के विभिन्न हिस्सों में ख्रीस्तीयों पर असहिष्णुता और बढ़ते हमले, गारो पहाड़ियों की कलीसिया के धर्मगुरूओं के लिए चिंता का विषय है।

शिलोंग के लोवर वाडानांग स्थित पवित्र हृदय तीर्थस्थल के पल्ली पुरोहित फा. थेओदोर टी. सांगमा ने ‘टाईम्स’ कहा, "यहां की कलीसिया के धर्मगुरू ईसाइयों के खिलाफ बढ़ते असहिष्णुता के बारे में आशंकित हैं यहां तक कि ऐसे समय भी जब गारो हिल्स की वर्तमान स्थिति शांतिपूर्ण और सामान्य है।"

उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोगों को अपने धार्मिक विश्वास के प्रति उदारता से मजबूर किया जा रहा है और इसके बदले उन्हें राजनीतिक दलों के साथ श्रेणीबद्ध किया जा रहा हैं।

शिलोंग के महाधर्माध्यक्ष दोमनिक जाला ने असहिष्णुता का विरोध करते हुए, शांति की आवश्यकता एवं हर प्रकार के लोगों के बीच सौहार्द बनाये रखने की जरूरत पर जोर दिया था।

फादर थेओदोर ने कहा कि सरकार को बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने दक्षिणी गारो हिल्स की ओर सरकार की उपेक्षा के संदर्भ में कहा, "यहाँ से बागमारा की दूरी मात्र 109 किलोमीटर है किन्तु वहाँ की सड़कें अत्यन्त खराब हैं। गारो हिल्स के मुख्यमंत्री विलियमसन संगमा ने सड़क की स्थिति में सुधार के लिए बहुत कम काम किया है।"

फादर ने चुनाव के मद्देनजर अपनी आशा व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री चाहे गारो हिल्स से हो अथवा खासी हिल्स से, हम चाहते हैं कि वह जनता का नेता हो।

गारो हिल्स में काफी हद तक आतंकवाद का असर पड़ता है और कलीसिया इससे बचने हेतु एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के बैनर के तहत, जो शांति को मजबूत करने और बनाए रखने का प्रयास है, हमने कई उग्रवादियों को मुख्यधारा में लाया है।

‘शालोम मेघालय’ काथलिक कलीसिया और गारो बैपटिस्ट चर्च की एक संयुक्त पहल है जो अन्य आस्था के लोगों के साथ शांति निर्माण हेतु प्रयासरत हैं।

फादर थेओदोर ने मुख्यमंत्री मुकुल सांगमा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की कि वे अभियान के लिए अनुदान प्राप्त करने में अपना समर्थन दे रहे हैं। 








All the contents on this site are copyrighted ©.