2018-01-15 16:57:00

मध्य प्रदेश के काथलिक स्कूलों ने एबीवीपी से सुरक्षा पाने हेतु हाई कोर्ट से मांग की


भोपाल, सोमवार 15 जनवरी 2018 (उकान) : मध्य प्रदेश के धर्मप्रांतीय काथलिक स्कूलों के संघ ने राज्य शासक दल बीजेपी के विद्यार्थी संगठन ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद’(एबीवीपी),द्वारा शैक्षणिक संस्थानों पर लगाये आरोप और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के विरोध में उच्च न्यायालय से सुरक्षा की मांग की है।

 4 जनवरी को, पुलिस ने एबीवीपी द्वारा विदिशा के संत मेरी पीजी कॉलेज में प्रवेश कर भारत माता की आरती कराने के प्रयास को नाकाम कर दिया था। इस  घटना और छात्र संघ की नई मांग ने धर्मप्रांत को कानूनी उपाय ढूढ़ने के लिए बाध्य किया है।

भारतीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के महासचिव धर्माध्यक्ष थेओदेर मसकरेन्हास ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा संचालित संस्थानों पर एबीवीपी की प्रताड़ना बढ़ती जा रही है। एबीवीपी स्थानीय वाट्सअप में सूचना दी थी कि सभी सदस्य मंगलवार को कॉलेज परिसर में जबरदस्ती प्रवेशकर आरती करें।

अल्पसंख्यक समुदाय ने एबीवीपी के साथ बात-चीत करने की कोशिष की पर वे असफल रहे। 4 जनवरी को जब उन्हें कॉलेज के परिसर में प्रवेश नहीं होने दिया तो वे सैकड़ों एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के बाहर हंगामा खड़ा कर दिया। कुछ एबीवीपी कार्यकर्ता जो कॉलेज के भी छात्र हैं, कॉलेज परिसर में प्रवेश कर भारत माता की जय चिल्लाना शुरु कर दिया था।

कोर्ट में सुरक्षा की मांग करने का एक और वजह सतना में दिसम्बर क्रिसमस के पहले कैरोल गाने के लिए गये सेमिनरियों और पुरोहितों पर हुआ हमला भी है। एक पुलिस स्टेशन में पुरोहितों और सेमिनारियों को हिरासत में लिया गया था। एक बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में से एक को पुरोहितों के वाहन को आग लगाने के लिए गिरफ्तार किया गया था।

 एक अन्य घटना में, "भारत माता की जय" के नारे लगाने के लिए, रतलाम के पास नामली के संत जोसेफ स्कूल के लगभग 20 छात्रों पर दंडात्मक कार्रवाई का खिलाफ गरम दल संगठनों ने विरोध किया। स्कूल पर राष्ट्र विरोधी होने के आरोप लगाते हुए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि कि 11 जनवरी को सुबह असेंबली के बाद स्कूल में "भारत माता की जय" का नारा लगाने वाले छात्रों को प्रि-बोर्ड परीक्षा में उपस्थित होने की अनुमति नहीं दी गई।

हालांकि, स्कूल ने कहा कि छात्रों को निलंबित नहीं किया गया था लेकिन उन्हें दंडित किया गया था। भोपाल महाधर्मप्रांत के प्रवक्ता फादर मरिया स्टेफन ने कहा कि छात्रों ने देशभक्ति के नारे का अनादर किया था, इसी वजह से उन्हें दंडित किया गया था।








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