सेओल, बृहस्पतिवार, 11 जनवरी 2018 ( एशियान्यूज): दक्षिण कोरिया के प्रधान मंत्री ली नाक योन ने मंगलवार को कहा कि प्यॉंगकांग शीतकालीन ओलंपिक में उत्तर कोरिया 400 से 500 प्रतिनिधियों को भेजेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर के "भाइयों" की भागीदारी एक ऐतिहासिक तथ्य है, जो एक "महत्वपूर्ण विरासत" को छोड़ देगा।
दोनों देशों के बीच हुई एक उच्च स्तरीय सभा में दक्षिण एवं उत्तर कोरिया ने शीलकालीन ऑलम्पिक के लिए प्रतिनिधियों को भेजने पर सहमत जतायी थी। इस प्रतिनिधि मंडल में सरकारी प्रतिनिधियों के साथ खिलाड़ी, खेल समर्थक, कलाकारों का दल, तायक्वोंडो समूह तथा पत्रकार शामिल होंगे।
उत्तर कोरिया एवं दक्षिण कोरिया के बीच उच्च स्तरीय सभा 9 जनवरी को सम्पन्न हुई जो तनाव, परमाणु खतरों और अलगाव के बीच करीब दो वर्षों के बाद आयोजित की गयी थी।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि "यह कहना कठिन है कि मानवता के लिए प्यॉंगकांग के इस उत्सव में जो ग़ैरफ़ौजीकृत इलाके से महज 100 किलोमीटर की दूरी पर आयोजित है, मानव इतिहास को कोई योगदान नहीं देगा? यह योगदान देने और निशान छोड़ने के लिए बाध्य है।"
उन्होंने कहा कि जिस तरह 1988 में ओलंपिक ने शीत युद्ध को खत्म करने में योगदान दिया था उसी तरह हम आशा कर रहे हैं कि प्यॉंगकांग शातकालीन ऑलम्पिक कोरियाई प्रायद्वीप को वर्तमान की स्थिति से ऊपर उठने में मदद देगा तथा कड़ी सुरक्षा को कम करते हुए विश्व शांति को योगदान दिया जा सकेगा।
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