2018-01-08 16:06:00

संत पापा ने 34 बच्चों को बपतिस्मा संस्कार दिया


वाटिकन सिटी, सोमवार 7 जनवरी 2018 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 7 जनवरी,  प्रभु के बपतिस्मा महापर्व के दिन परंपरा अनुसार वाटिकन के सिस्टीन चैपल में ख्रीस्तयाग समारोह के दौरान 34 बच्चों को बपतिस्मा संस्कार दिया, जिसमें 16 लड़के बच्चे और 18 लड़की बच्चियाँ थी।

संत पापा ने प्रवचन में बच्चों के माता-पिता से कहा, बच्चे के साथ अपने विश्वास को बांटने के लिए पहली आवश्यकता है घर में प्रेम का महौल। यदि धर में प्रेम न हो, माता और पिता आपस में प्रेम की भाषा का प्रयोग नहीं करते हैं तो वे बच्चों के बीच विश्वास को बांट नहीं सकते हैं।

संत पापा ने कहा कि अपने बच्चों को बपतिस्मा दिला कर माता-पिता बच्चे में विश्वास हस्तांतरण के पहले पायदान में कदम रखा है।

उन्होंने कहा, "हमें विश्वास को हस्तांतरित करने के लिए पवित्र आत्मा की आवश्यकता है, या "पवित्र आत्मा की कृपा के बिना हम विश्वास को हस्तांतरित नहीं कर सकते हैं।"

संत पापा ने इस बात पर जोर देकर कहा कि पवित्र आत्मा की कृपा के साथ-साथ बच्चों में विश्वास का हस्तांतरण परिवारिक प्यार से ही संभव है जहाँ बच्चा माता-पिता, दादा-दादी से प्यार पाता है। बच्चा सर्वप्रथम विश्वास घर में पाता है। उसके बाद धर्मशिक्षक धर्म की बातों को बताते हैं विचारों का स्पष्टीकरण करते हैं। संत पापा ने माता पिता से कहा,″बच्चों के समान आप बच्चों की भाषा में प्रार्थना करें और बच्चों को भी प्रार्थना करना सिखायें।″  

येसु भी हमें कहते हैं कि हमें बच्चों के समान बनना है और दिल से प्रार्थना करनी है। बच्चे दिल की भाषा समझते हैं। संत पापा ने माताओं से कहा जब बच्चे रोते हैं तो आप यह पता लगाना शुरु करती हैं कि बच्चे को असुविधा हो रही है या बच्चा भूखा है। आप बच्चे को बिना शंका किये तुरंत दूध पिलाना शुरु करती हैं और बच्चा शांत हो जाता है। यह बच्चे के प्यार की भाषा है।








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