वाटिकन सिटी, मंगलवार, 2 जनवरी 2018 (एशियान्यूज): काहिरा के निकट एक गिरजाघर में शुक्रवार 29 दिसम्बर को बंदूकधारियों द्वारा गोली चलाये जाने से नौ लोगों की मौत हो गयी। अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2017 में देश में अल्पसंख्यक कॉप्टिक ईसाइयों पर हमलों की यह सबसे बाद की घटना है। आक्रमण की जिम्मेदारी कथित इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने ली है।
संत पापा फ्राँसिस ने घटना के शिकार लोगों एवं कॉप्टिक ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के प्रति अपना आध्यात्मिक सामीप्य प्रकट किया एवं मृतकों, घायलों तथा पूरे समुदाय के लिए प्रार्थना की। उन्होंने हिंसक कृत्यों को अंजाम देने वाले सभी लोगों के मन-परिवर्तन के लिए भी विशेष प्रार्थना की।
आतंकी हमले के कारण सिर्फ वर्ष 2017 में मिस्र के 100 से अधिक ख्रीस्तीय मृत्यु के शिकार हुए हैं। जिनमें से अधिकतर आक्रमणों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने ली है। अंतरिम मंत्रालय ने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि संदिग्ध हमलावर 33 वर्षीय इब्राहिम इस्माइल इस्माइल मुस्तफा है जो 2016 से 2017 के बीच पाँच अन्य आक्रमणों में भाग ले चुका है। अंतरिम मंत्रालय ने संदिग्ध हमलावर के बारे कहा कि वह एक कुख्यात आतंकवादी है जो पहले पुलिस और नागरिकों पर आक्रमण किया करता था।
शुक्रवार को गिरजाघर में हुए हिंसक आक्रमण की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट से सम्बद्ध एजेंसी एमाक ने ली है। समूह और उसके सहयोगियों ने देश के अन्य हिस्सों में अल्पसंख्यक ईसाइयों पर हुए कई हमलों की भी जिम्मेदारी ली है।
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