2017-12-13 15:32:00

बांग्लादेश सरकार ने रोहिंग्या बच्चों के लिए एक टीकाकरण अभियान शुरू किया


यूनिसेफ ,  बुधवार 13 दिसम्बर 2017 (रेई) : बंग्लादेश सरकार ने यूनिसेफ, (संयुक्त राष्ट्र बालकोष) डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) और गावी (वैश्विक टीकाकरण गठबंधन) के सहयोग से रोहिंग्या बच्चों के लिए एक टीकाकरण अभियान शुरू किया जिससे 255 हजार रोहिंग्या बच्चों को डिप्थीरिया और अन्य बीमारियों से बचाया जा सकेगा। म्यांमार सीमा के निकट 12 शरणार्थी शिविरों और अस्थायी बस्तियों में रह रहे 6 सप्ताह से 6 साल के बीच के सभी रोहिंग्या बच्चों के लिए टीकाकरण की व्यवस्था की गई है।

इस टीकाकरण में कॉक्स बाजार में उखिया और तिकोना के उप-जिलों के लगभग 255,000 बच्चे शामिल होंगे, साथ ही बांग्लादेशी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र और डब्ल्यूएचओ और गावी के चिकित्सा दल डिप्थीरिया के उपचार और रोकथाम को जारी रखेंगे।

बच्चों को पेंटावालेन्ट वैक्सीन (डिप्थीरिया, खाँसी, टेटनस, इन्फ्लुएंजा और हेपेटाइटिस बी), निमोनिया संयुग्मक टीके (पीसीवी) और पोलियो के द्विवार्षिक खुराक दिये जाएंगे। भारत के सीरम संस्थान ने पेंटावालेन्ट वैक्सीनों की 300,000 डोस दान दिया है।

अगले सप्ताह, टेटनस और डिप्थीरिया वैक्सीन के तीन चक्रों को 7 से 15 साल के रोहंग्या बच्चों को प्रदान किया जाएगा और इसे देने के लिए 10,000 स्वास्थ्य कार्यकर्ता रोहंग्या बस्तियों में उपलब्ध होंगे। इसके लिए, इस प्रकार के टीके के 900,000 डोस देश में उपलब्ध होंगे।

डब्लूएचओ डिप्थेरिया से पीड़ित रोगियों के इलाज के लिए डिप्थीरिया एंटीटॉक्सिन के 2,000 खुराक प्रदान कर रहा है डब्लूएचओ को दिल्ली से लगभग 345 खुराक दिये गए।








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