योग्यकार्ता, बृहस्पतिवार, 9 नवम्बर 2017 (फिदेस): ″जैसा कि सुसमाचार हमें स्मरण दिलाता है हरेक व्यक्ति जिनसे हमारी मुलाकात होती है, उनके लिए हमें येसु के सुसमाचार के मिशनरी बनने के लिए तैयार रहना चाहिए। ‘असाधारण मिशनरी माह’ की घोषणा पर इंडोनेशिया के काथलिक युवा काफी उत्साहित हैं। युवा ही प्रेरिताई के भविष्य एवं आशा हैं। विश्वभर के युवाओं को कलीसिया एवं समाज की सेवा पूरे उत्साह से करने के लिए तैयार रहना चाहिए।″ उक्त बात इंडोनेशिया के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के युवा विभाग के महासचिव फा. अंतोनियो हरियान्तो ने फिदेस से कही।
फादर अंतोनियो ने अगस्त महीने में योग्यकार्ता में एशियाई युवा दिवस की आयोजन समिति के अध्यक्ष के रूप में युवाओं का प्रतिनिधित्व किया था जिसमें मिशनरी गतिविधि का स्मरण दिलाया गया था।
उन्होंने कहा, ″युवा विश्व के हर कोने में येसु को ले जाने के लिए बुलाये जाते हैं, अपने दैनिक जीवन में उत्साह एवं रचनात्मकता द्वारा। हम उन्हें प्रोत्साहन देते हैं कि वे येसु के सुसमाचार का प्रचार करने से न डरें और इसके लिए वे न केवल परम्परागत तरीक़ों का प्रयोग करें बल्कि नई तकनीकियों का भी इस्तेमाल करें। युवाओं पर सिनॉड अक्तूबर 2018 को आयोजित किया गया है जो उन्हें अधिक प्रोत्साहित करेगा।″
फादर हरियान्तो ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इंडोनेशिया के युवा प्रसन्नचित हैं। उन्होंने कहा, ″सभी मिशनरी आनन्द के साथ सुसमाचार का प्रचार करने के लिए बुलाये गये हैं और यही इंडोनेशियाई युवाओं की विशेषता है। आइये, हम सुसमाचार के सच्चे संदेश का प्रचार करें जिससे हमारे शब्दों और कार्यों से आनन्द प्रकट हो ताकि दुनिया हममें येसु को देख सके। संत पापा के शब्दों में हम युवाओं से कह सकते हैं कि वे मुस्कुराते रहें एवं नहीं डरें।″
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