2017-11-03 13:03:00

रोम की आरदेआतीना गुफाओं पर सन्त पापा फ्राँसिस ने प्रकट की श्रद्धा


रोम, शुक्रवार, 3 नवम्बर 2017 (रेई, वाटिकन रेडियो): रोम स्थित आरदेयातीना नामक गुफाओं का दौरा कर 02 नवम्बर को मृतकों के स्मृति दिवस पर सन्त पापा फ्राँसिस ने भयावह युद्ध में अपनी जान गँवाने वाले लोगों के प्रति भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

रोम की आरदेआतीना गुफाएँ 1944 के नरसंहार का रंगमंच बनी थीं जब 335 इताली पुरुषों एवं किशोरों को बदले की कार्रवाई में मार डाला गया था। विरोधी सैन्य दलों के आक्रमण में नाज़ी पुलिस इकाई के 33 सदस्य मारे गये थे इसी के बाद नाज़ी सैनिकों ने बदले की कार्रवाई की थी।

गुरुवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने इस रोमी स्मारक पर कुछ क्षण मौन प्रार्थना में व्यतीत किये और फिर अपने संक्षिप्त चिन्तन में कहा, "अब्राहम, ईसाक और याकूब के ईश्वर! ईश्वर जिसने स्वतः को मानवजाति के साथ अनन्त काल तक एक विशिष्ट संधि में बाँध रखा है, ईश्वर जो करुणावान है  और सब मनुष्यों पर दया करते हैं, ईश्वर जो इन गुफाओं में 24 मार्च सन् 1944 ई. को हत्या के शिकार बने समस्त 335 पुरुषों में से प्रत्येक के चेहरे और नाम को जानते हैं, उन मनुष्यों के नाम जिनकी अस्थियाँ इन गुफाओं में पड़ी हैं।"

अपने चिन्तन को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, "ईश्वर आपके समक्ष कोई भी अज्ञात और अनाम नहीं है। येसु के ईश्वर और स्वर्ग में हमारे पिता! पुनर्जीवित ख्रीस्त से हमें यह आलोक मिला है कि आप, अब्राहम, ईसाक और याकूब के ईश्वर, मृतकों के नहीं अपितु जीवितों के ईश्वर हैं, आपकी विश्वसनीय सम्विदा मृत्यु से कहीं अधिक मज़बूत है तथा पुनरुत्थान की गारंटी है। हे प्रभु!  ऐसी कृपा करें कि स्वतंत्रता और न्याय के ख़ातिर मारे गये लोगों की स्मृति को समर्पित इस स्मारक पर हम स्वार्थ एवं उदासीनता का परित्याग कर इस स्थल की ज्वलंत झाड़ी के बीच से मौनपूर्वक तेरा पवित्र नाम सुन सकें, अब्राहम, ईसाक और याकूब के ईश्वर!  येसु के ईश्वर, जीवितों के ईश्वर, आमेन!"  








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