नई दिल्ली, बुधवार,1 नवम्बर 2017( मैटर्सइंडिया) : इटली में अध्ययन करने वाले कई भारतीय छात्रों पर श्रृंखलाबद्ध हमलों के दरम्यान, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनसे आग्रह किया कि वे "खतरनाक क्षेत्रों" के बारे में दूसरों को सचेत करें और आतंकित न होवें।
पिछले कुछ दिनों में मिलान में भारतीय छात्रों पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं का रिपोर्ट करते हुए भारतीय दूतावास महाप्रबंधक (सीजीआई) ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि अधिकारी इस मामले को उच्च अधिकारियों के साथ बात कर रहे हैं।
सुश्री स्वराज ने यह भी कहा कि उसने घटनाओं के बारे में एक रिपोर्ट प्राप्त की है और वे "व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रही हैं।"
इटली में भारतीय छात्रों पर हमले की घटना के बारे में स्वराज ने ट्वीट किया – ″मैंने मिलान में धटना के शिकार भारतीय छात्र से बात की है। उन्होंने मुझे बताया है कि यह एक डकैती का मामला है नस्लीय हमला नहीं।"
उन्होंने विद्यार्थियों की मदद के लिए इटली में भारतीय दूतावास का भी धन्यवाद किया।
एक बयान में, दूतावास महाप्रबंधक ने कहा था कि उसने कानून और व्यवस्था के अधिकारियों के साथ भारतीय छात्रों हमलों की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की रिपोर्ट दे दी है। उन्होंने सभी भारतीय छात्रों को एक विशेष हेल्पलाइन पर ऐसी किसी भी घटना की रिपोर्ट करने के लिए भी अनुरोध किया और उन्हें सलाह दी कि वे एक-दूसरे के संपर्क में रहें (विशेषकर जब वे बाहर जाएं)।
विदित हो कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार 30 अक्टूबर को दो दिवसीय दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे इटली के प्रधानमंत्री पाओलो जेंटिलोनी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच चली लंबी वार्ता में भारत-इटली संबंधों को लेकर विस्तार से बातें हुईं। सुषमा स्वराज और पाउलो जेन्टिलोनी ने भारत-इटली के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने के प्रयासों पर बातें कीं।
इटली के प्रधानमंत्री पाओलो जेन्टिलोनी का सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आधिकारिक तौर पर स्वागत समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें पाओलो जेन्टिलोनी को भारतीय फौज की तीनों टुकड़ियों ने गार्ड्स ऑफ ऑनर दिया।
All the contents on this site are copyrighted ©. |