2017-10-31 16:00:00

भारत के लिए दो विंचेन्सियन मिशनरियों की धन्य घोषणा


मड्रीड, मंगलवार, 31 अक्तूबर 2017 (मैटर्स इंडिया): कार्डिनल अंजेलो अमातो के नेतृत्व में परमधर्मपीठीय सन्त प्रकरण परिषद द्वारा स्पेन के 60 शहीदों को धन्य घोषित किया जाएगा जिनमें विंचेन्सियन परिवार के दो पुरोहित भी शामिल हैं जिन्होंने भारत के उड़ीसा राज्य में अपनी महत्वपूर्ण सेवा प्रदान की थी।

फादर जोस मरिया फेर्नांडिस संकेज तथा फादर पेद्रो पास्कल गरसिया मार्टिन, विंचेंसियन धर्मसंघीय परिवार के आरम्भिक दो मिशनरी दलों के वे सदस्य हैं जो 1922 एवं 1923 में भारत आये थे।

उनकी धन्य घोषणा 11 नवम्बर को स्पेन के अन्य 58 शहीदों के साथ मड्रीड में एक विशेष समारोह के साथ सम्पन्न की जाएगी।

फादर संकेज़ का जन्म स्पेन के ओवियेदो में 15 जनवरी 1875 ई. को हुआ था। उन्होंने शुरू में ओविएदो धर्मप्रांत में प्रवेश किया था किन्तु बाद में ईशशास्त्र के अध्ययन के दौरान विंचेनसियन धर्मसमाज में प्रवेश किया था। रोम में डॉक्ट्रेट की उपाधि प्राप्त करने के बाद उन्होंने हॉर्टलेजा, मैड्रिड और ग्वाडलाजारा में अपनी सेवा प्रदान की थी। 1921 में उन्हें उड़ीसा की राजधानी कटक में मिशन की शुरूआत करने का आदेश मिला था। 

भारत में 1922 में मिशन की शुरूआत करने के उपरांत वे 1927 में स्पेन लौटे थे तथा स्पानी सिविल युद्ध के दौरान शहीद हो गये थे।

फादर मार्टिन का जन्म 6 जून 1892 को तेरुवेल में हुआ था। उन्होंने 1908 में विंचेनसियन धर्मसमाज में प्रवेश किया तथा 27 अक्तूबर 1910 को आजीवन व्रत लिया। उनका पुरोहिताभिषेक 22 सितम्बर 1917 को हुआ था। वे 1923 में दूसरे दल के रूप में कटक (भारत) मिशन हेतु भेजे गये थे। कटक में वे विभिन्न स्कूलों का दौरा करते, संस्कारों का अनुष्ठान करते एवं शिक्षकों और प्रचारकों को प्रशिक्षण देते थे। उन्होंने वहाँ सुसमाचार का प्रचार भी किया। वे स्वास्थ्य कारणों से 1933 में वापस स्पेन लौटे जहाँ ख्रीस्तीयों पर अत्याचार के दौरान 30 नवम्बर 1936 को शहीद हो गये। 








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