2017-10-25 16:48:00

इंडोनेशियाई राज्यकीय विश्वविद्यालय ने येसु समाजी पुरोहित को सम्मानित किया


 जकार्ता, बुधवार 25 अक्टूबर 2017 (वीआर अंग्रेजी) : इंडोनेशिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक ने जर्मनी में जन्मे येसु समाजी मिशनरी को देश में दर्शनशास्त्र के अध्ययन हेतु अपने "विशाल योगदान" के लिए सम्मानित किया है। शनिवार को योगाकार्ता की सरकार द्वारा संचालित गद्जा माडा विश्वविद्यालय के दर्शन विभाग की 50 वीं वर्षगांठ की समारोह में फादर फ्रांज मैग्नीस-सूसेनो को ‘प्रकांड इन्डोनेशियाई दार्शनिक 2017’ से सम्मानित किया गया। फादर फ्रांज अस्वस्थ रहने के कारण समारोह में उपस्थित न हो सके अतः उनकी ओर से द्रियाकारा जकार्ता स्कूल ऑफ फिलॉसफी के रेक्टर फादर सिमोन पेत्रुस लिली तजहाजादीने इस पुरस्कार ग्रहण किया।

विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र संकाय के डीन अरकोम कुस्वाजोनोओ ने कहा, "यह पुरस्कार फादर मैग्नीस सूसेनो के दर्शनशास्त्र अध्ययन के परिचय और विकास पर सकारात्मक प्रभाव, उनके योगदान और समर्पण को पहचानने एवं सम्मानित करने के लिए दिया जाता है।"

81वर्षीय फादर मैग्नीस सुसेनो ने 39 किताबें और करीब 600 लेख लिखे हैं जो मुख्य रूप से नैतिकता, दर्शन और इंडोनेशियाई संस्कृति पर है। वे जकार्ता में येसु समाजियों द्वारा संचालित चालककार स्कूल ऑफ फिलॉसफी में एक सेवानिवृत प्रोफेसर हैं, जहाँ वे 1988 से 1998 तक रेक्टर और और स्नातकोत्तर अध्ययन के पूर्व निदेशक भी रहे हैं।

फ्रांज ग्राफ़ वॉन मैग्नीस का जन्म सन् 1936 में जर्मनी के एक कुलीन परिवार में हुआ था। 1961 में वे इन्डोनेशिया पहुँचे और 1977 में उसे देश की नागरिकता प्राप्त होते ही उसके नाम में “सुसेनो” जुड़ गया।

2016 में फादर मैग्नीज सुसेनो को पवित्र हृदय के काथलिक विश्वविद्यालय, मिलान, इटली की ओर से इन्डोनेशिया में अंतर-धार्मिक संवाद को बढ़ावा देने में उनकी प्रतिबद्धता के लिए मत्तेयो रिच्ची अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अगस्त 2015 में देश के विकास हेतु उनके बौद्धिक योगदान के लिए राष्ट्रपति जोको विदोदो ने बिनतांग महापुत्रा मेडल से सम्मानित किया।








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