2017-10-20 11:28:00

एशियाई ख्रीस्तीय सम्मेलन ने पूरे किये 60 वर्ष


याँगोन, म्यानमार, 20 अक्टूबर 2017 (रेई,वाटिकन रेडियो): म्यानमार के याँगोन शहर में रविवार को धन्यवाद ज्ञापन प्रार्थना तथा हीरक जयन्ती सार्वजनिक समारोह के साथ क्रिस्टियन कॉन्फ्रेन्स ऑफ एशिया (सीसीए) यानि एशियाई ख्रीस्तीय सम्मेलन की 60 वीँ वर्षगाँठ मनाई गई।  

सम्मेलन की हीरक जयन्ती के उपलक्ष्य में एशियाई मिशन सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था जिसका विषय था, "एशिया में सत्य एवं प्रकाश के नबूवती साक्षी बनने हेतु एक साथ तीर्थयात्रा करते ख्रीस्तीय लोग"।   

याँगोन के बैपटिस्ट चर्च के फ्रैंक रंगभवन में आयोजित वर्षगाँठ समारोह में लगभग 600 विशिष्ट अतिथियों एवं प्रतिनिधियों के अलावा 6,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। 

हीरक जयन्ती सार्वजनिक समारोह में एशियाई ख्रीस्तीय सम्मेलन के उपाध्यक्ष डॉ. मैथ्यू जॉर्ज चूनाकारा ने स्मरण दिलाया कि सन् 1957 में इन्डोनेशिया के प्रापट में (सीसीए) की स्थापना की गई थी जो विश्व में इस प्रकार का पहला प्रान्तीय ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक संगठन है।  

डॉ. मैथ्यू जॉर्ज चूनाकारा ने इस बात पर बल दिया कि वर्तमान विश्व में प्रभु येसु मसीह के शांति सन्देश के विस्तार हेतु यह आवश्यक है कि समस्त ख्रीस्तीय एकता के सूत्र में बँधें। उन्होंने कहा कि इसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिये एशियाई ख्रीस्तीय सम्मेलन की स्थापना की गई थी।     

समारोह में उपस्थित कलीसियाओं की विश्व समिति, वर्ल्ड काऊन्सल ऑफ चर्चस के महासचिव डॉ. ओलाव फीक्से तेवीत ने शुभकामनाएँ अर्पित करते हुए कहा, "यह हीरक जयन्ती तनिक रुकने एवं चिन्तन करने का सुअवसर है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह थम जाने का नहीं अपितु जो कुछ किया गया है तथा आगे जो किया जाना है उसपर चिन्तन का सुअवसर है ताकि एशिया के सभी ख्रीस्तीय धर्मानुयायी, येसु मसीह के आदेशों पर चल, सम्पूर्ण विश्व के लिये एकता, परस्पर प्रेम एवं शांति के आदर्श बन सकें।"  

समारोह में एशियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ की ओर से वसई के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स मचादो ने समारोहियों को सम्बोधित कर शुभकामनाएँ अर्पित की।








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