2017-10-19 15:42:00

युवा परिवारों के साथ वियेतनाम धर्माध्यक्षों की यात्रा


हो ची मिन्ह, बृहस्पतिवार, 19 अक्टूबर 2017 (वीआर सेदोक): वियेतनाम के काथलिक धर्माध्यक्षों ने परम्परागत ख्रीस्तीय विवाह के मूल्यों पर जोर देते हुए कहा कि आधुनिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक दबाव, नये परिवारों को नष्ट कर रहा है।  

वियेतनाम के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने विश्वासियों को प्रेषित प्रेरितिक पत्र में लिखा, ″हम युवा परिवारों को निमंत्रण देना चाहते हैं कि वे काथलिक विवाह के मूल्यों को समर्थन दें और उसे प्रोत्साहित करें।

उन्होंने कहा है कि उपभोक्तावाद और व्यस्त जीवन शैली की ओर प्रवृत्ति होने के कारण काथलिक समुदाय को गर्भपात, सहवास, समलैंगिक यौन संबंध एवं तलाक जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

धर्माध्यक्षों ने कहा है कि इस तरह की सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रवृतियाँ, परम्परागत पारिवारिक मूल्यों को नष्ट कर रहे हैं तथा लोगों को सृष्टिकर्ता के विरूद्ध जाने और युवा पीढ़ियों के लिए गंभीर परिणाम छोड़ देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। विभिन्न चुनौतियों के बावजूद कई काथलिक परिवार महान त्याग द्वारा अपने विवाह के व्रतों में अडिग बने रहते हैं तथा गर्भपात का बहिष्कार करते हैं।

9 से 13 अक्टूबर तक हान्ह होआ में आयोजित एक सभा में धर्माध्यक्षों ने ″युवा परिवारों के साथ यात्रा का वर्ष″ घोषित किया जो अक्टूबर माह से शुरू किया गया है।   

वियेतनाम काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष जोसेफ गुयेन ची लिंह द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में पुरोहितों एवं काथलिक समुदाय से आह्वान किया गया है कि वे परिवारों में आनन्द लाने हेतु उनके साथ यात्रा करें और उन्हें समर्थन दें।

उन्होंने कहा है कि युवा ख्रीस्तीय परिवारों के साथ लगातार यात्रा करना महत्वपूर्ण है क्योंकि विवाह एक लम्बी प्रणाली है जिसमें पति-पत्नी एक-दूसरे को स्वीकार करते हैं जो कि एक-दूसरे के लिए होते हैं।

धर्मशिक्षा के भाग के रूप में पुरोहितों को चाहिए कि वे परिवारों में एक साथ प्रार्थना करने एवं उन्हें आध्यात्मिक साधना में भाग लेने हेतु प्रोत्साहन दें। वे बच्चों को जन्म देने, उनकी शिक्षा-दीक्षा तथा विवाह के विवादों एवं पारिवारिक तनाव से बाहर आने हेतु उन्हें प्रशिक्षित करें।

हो ची मिन्ह के एक काथलिक जोसेफ ट्रान वान दाई ने कहा कि धर्मप्रांत को चाहिए कि वह पल्ली स्तर पर परामर्श दल का गठन करे जो उन युवा दम्पतियों के साथ काम कर सके जो परिवार एवं विवाह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि परामर्श हेतु उनके पास कलीसिया द्वारा संचालित बहुत कम केंद्र हैं जो सभी जरूरतमंद परिवारों तक नहीं पहुँच पाते हैं।

उनकी आशा है कि यह नया पहल जिसकी उन्हें आवश्यकता थी युवा परिवारों को आध्यात्मिक सहायता प्रदान करेगा।








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