2017-10-11 15:51:00

अपारसिदा की माता मरियम के पाये जाने की 300 वीं वर्षगांठ पर संत पापा फ्राँसिस का वीडियो संदेश


वाटिकन सिटी, बुधवार,11 अक्टूबर 2017 ( रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने ब्राजील वासियों को देश की संरक्षिका अपारसिदा की माता मरियम के परैबा नदी में पाये जाने के 300वीं वर्षगाठ समारोह पर शुभकामनाएँ देते हुए अपना विशेष आशीर्वाद दिया।

उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहा, ″सन् 2013 में मेरी पहली अंतरराष्ट्रीय प्रेरितिक यात्रा में मुझे अपारसिदा की माता मरियम के तीर्थालय में प्रवेश करने और उनका दर्शन करने की खुशी और कृपा मिली। मैंने परमाध्यक्ष के रुप में मेरे सभी कार्यों को माता मरियम के चरणों में सिपुर्द किया था। मैं आज भी ब्राजील वासियों के गर्मजोशी स्वागत की याद करता हूँ। मेरी हार्दिक अभिलाषा थी कि मैं इस जुबली वर्ष में आप लोगों के साथ रहूँ पर दुर्भाग्यवश मैं जा नहीं सकता इसलिए मैंने मेरे प्रतिनिधि के रुप में कार्डिनल जोवानी बत्तिस्ता को भेजा है जो 12 अक्टूबर के समारोहों की अध्यक्षता करेंगे।

शारीरिक रुप से आप लोगों के बीच उपस्थित न होने की वजह से मैंने अपारसिदा के संचार माध्यम से येसु की माता के प्रति समर्पित औप सभी को मैं अपना स्नेह व्यक्त करना चाहता हूँ और इस समारोह में आप सभी का आलिंगन करना चाहता हूँ।

मैं पुनः उन शब्दों को दोहराता हूं जो मैंने 2013 में अपारसिदा की माता मरियम के तीर्थालय की वेदी पर घोषित किया था,″आइये, हम माता मरियम से आशा को बनाए रखने हेतु सीखें। ईश्वर हमारे जीवन को आश्चर्य और आनंद से भर दें। प्रिय बाजील वासियो, आशा वह गुण है जो विश्वास करने वालों के दिलों में व्याप्त रहती है, खासकर जब हमारे आसपास की परिस्थितियाँ  हमें निराश करती है। निराशा को अपने ऊपर हावी होने न दें। ईश्वर में भरोसा रखें, अपारसिदा की माता मरियम की मध्यस्थता में विश्वास करें। अपारसिदा के तीर्थालय में और माता मरियम के भक्तों के दिलों में हम आशा की आध्यात्मिकता, उदारता, एकता, भाईचारे, दृढ़ता और आनन्द की भावना को स्पर्श कर सकते हैं जो ख्रीस्तीय विश्वास को और भी मजबूत बनाता है।″

संत पापा ने कहा कि सन् 1717 ई. में गरीब मछुआरों ने परैबा नदी में मछली मारने के दौरान अपने जाल में कीचड़ से सनी हुई मरियम की प्रतिमा मिली। अपारसिदा की माता मरियम ने उन्हें ईश्वर पर विश्वास करने के लिए प्रेरित किया, यह ब्राजील वासियों के लिए महत्वपूर्ण संदेश था पहले देश विभिन्न कारणों से विभक्त था अब प्रभु के विश्वास ने उनमें एकता लाया है।

आइये, हम अपारसिदा की माता मरियम की 300वीं वर्षगाठ समारोह पर ईश्वर के महान कार्यों के लिए आनंद मनायें,″ आप लोग प्रभु में हर समय प्रसन्न रहें। मैं फिर कहता हूँ प्रसन्न रहें।″ (फिल,4:4)

संत पापा ने कहा कि यह आनंद जो आपके हृदयों में है ब्राजील के हर कोने में, विशेष रूप से दूर दराज गावों और उपनगरों में पहुंचे और उन्हें आशा से भर दे। संत पापा ने उन्हे अपनी प्रार्थनाओं में याद करने हेतु धन्यवाद दिया और उन्हें अपनी प्रार्थना का आश्वासन देते हुए अपना संदेश समाप्त किया।








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