2017-10-02 16:50:00

चेसेना शहर के नागरिकों एवं याजकों से संत पापा की मुलाकात


वाटिकन, सोमवार, 2 अक्तूबर 2017 (वीआर अंग्रेजी): संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को उतरी इटली के चेसेना शहर में एक दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के दौरान वहाँ के नागरिकों एवं याजकों से मुलाकात की तथा उन्हें सलाह दिया कि वे अच्छी राजनीति की सहायता से सार्वजनिक भलाई के लिए एकजुट होकर काम करें।

अच्छी राजनीति

चेसेना शहर के केंद्र स्थित पियात्सा देल पोपोलो में वहां के निवासियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने अच्छे राजनीति को स्पष्ट किया कि यह न तो स्वामी और न ही सेवक बल्कि मित्र और सहयोगी की भावना पर आधारित होता है, साथ ही साथ, उत्तरदायित्व, साहस एवं प्रज्ञा की भावना से संचालित होता है। एक स्वस्थ राजनीति विस्तृत सहभागिता एवं किसी को भी सीमा पर नहीं छोड़ते हुए सभी को शामिल किये जाने की मांग करता है। इस तरह की राजनीति प्राकृतिक संसाधनों को न तो लूटता और न प्रदूषित ही करता है वह अथाह गड्ढा नहीं है किन्तु एक खजाना जो ईश्वर द्वारा सम्मान एवं बुद्धिमतापूर्ण प्रयोग के लिए दिया गया है।

संत पापा ने कहा कि अच्छी राजनीति सभी नागरिकों के हित में मार्गदर्शक सिद्धांत को अपना कर व्यक्तियों और समूहों की वैध आकांक्षाओं के अनुरूप कार्य करता है। कलीसिया की सामाजिक सिद्धांत इसे उदारता का महान रूप मानती है।

भ्रष्टाचार

संत पापा ने सभी से आग्रह किया, खासकर, युवाओं से कि वे सार्वजनिक हित के लिए तैयारी करें एवं हर प्रकार के भ्रष्टाचार का बहिष्कार करें। संत पापा के अनुसार भ्रष्टाचार काठ में लगे घुन के समान है जो नागरिकों के विकास को अवरूद्ध कर देता है।

युवा एवं वयोवृद्ध

संत पापा ने कहा कि सभी की आवाज सुनी जानी चाहिए, विशेषकर, उन युवाओं की, जो चीजों को आगे ले चलते हैं तथा वयोवृद्ध अपनी उम्र के अनुभव द्वारा प्रशासन में गलत करने पर युवाओं को सलाह दे पाते हैं।

संत पापा ने निमंत्रण दिया कि अच्छी राजनीति बनाये रखने एवं असमानता को दूर करते हुए सार्वजनिक भलाई हेतु सेवा के गुण में बढ़ने एवं ठोस उपायों द्वारा परिवारों के कल्याण को प्रोत्साहन दिया।

युवाओं के साथ होने हेतु बुलावा

संत पापा ने कहा कि युवाओं को येसु के प्रेम का अनुभव करना सबसे अधिक जरूरी है। युवाओं को प्रभु के वरदान की खोज करने एवं वर्तमान की चुनौतियों का सामना करने से नहीं डरने हेतु मदद दिया जाना अति आवश्यक है। संत पापा ने पुरोहितों को सलाह दी कि वे उनसे मुलाकात करें, उन्हें सुनें, उनके साथ चलें ताकि वे ख्रीस्त को पा सकें एवं उनके मुफ्त प्रेम के संदेश को ग्रहण कर सकें।  

संत पापा ने उन्हें पवित्र युखरिस्त संस्कार द्वारा प्रतिदिन नवीकृत किये जाने तथा ईश प्रजा से मुलाकात करने की सलाह दी जिनके लिए वे भेजे गये हैं।








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