2017-09-26 16:45:00

रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में कार्डिनल डी रोजारियो का दौरा


बंदरबन, मंगलवार, 26 सितम्बर 2017 (एशियान्यूज): बंगलादेश की काथलिक कलीसिया के शीर्ष अधिकारी कार्डिनल पैट्रिक डी रोजारियो ने बंदरबन जिला स्थित रोहिंग्या शरणार्थी शिविर का दौरा किया। म्यानमार से रोहिंग्या मुसलमान इस शिविर में हज़ारों की संख्या में रह रहे हैं।

शरणार्थियों को सम्बोधित कर कार्डिनल डी रोजारियो ने कहा, ″बंगलादेश के प्रधानमंत्री शेख हसिना आपके साथ हैं। उदार लोग आपलोगों के साथ हैं। आइये, हम इस संकट के समाधान हेतु सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्रार्थना करें।″

इस मुलाकात के द्वारा कार्डिनल ने उनके प्रति कलीसिया के सामीप्य को प्रकट किया जो संघर्ष में दोनों ओर से मार खा रहे हैं। 

महाधर्माध्यक्ष ने ढाका के तुमब्रो एवं घूमधूम शिविरों का दौरा किया जहाँ उन्होंने लोगों के अत्याचार, कई जगहों में उनके विस्थापित, बीमार एवं वयोवृद्ध स्थिति की दुखद कहानी सुनी।

उनमें से एक 65 वर्षीय सोना मेहेन ने कहा, ″म्यानमार पुलिस ने मेरे घर को जला दिया। उन्होंने मेरे बेटे को मार डाला। मैं बहुत बूढ़ी हूँ और चल भी नहीं सकती हूँ।″

लोगों की दुखद दास्ताँ सुनकर कार्डिनल अत्यन्त दुखी हुए, विशेषकर, 8 साल की नूर मोहम्मद ने उन्हें बहुत प्रभावित किया जब उसने बतलाया कि उनके पिता को सैनिकों ने मार डाला और अब उन्हें खाने के लिए पर्याप्त भोजन भी नहीं मिलता है। 

शिविर दौरे के अंत में कार्डिनल ने ढांका के पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ″कुछ अमानवीय घटना हो रही है। रोहिंग्या लोगों ने पीढ़ियों से म्यानमार में जीवन यापन किया था किन्तु वहाँ उनकी कोई नागरिकता नहीं। यह म्यानमार का सकारात्मक पक्ष नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि क्यों उनके पास अब भी नागरिकता नहीं है।

उन्होंने विश्व के सभी नेताओं से अपील की कि वे इस संकट का समाधान एकजुट होकर करें क्योंकि यह सभी का उत्तरदायित्व है। 

कार्डिनल रोजारियो ने कोक्स बाजार जिला के डिप्टी कमीशनर एमडी अली होसाईन से मुलाकात की  जो मानवतावादी आपात स्थिति से सबसे अधिक प्रभावित हैं। उन्होंने रोहिंग्या लोगों की मदद हेतु उन्हें काथलिक कलीसिया की ओर से एक मिलियन टका सौंप दिया।

अंततः उन्होंने काथलिक कलीसिया के उदार संगठन करीतास की बंगलादेश शाखा द्वारा मदद दिये जाने का आश्वासन दिया जो राहत सेवा प्रदान करना आरम्भ कर चुका है। 








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