2017-09-21 11:31:00

सागर के ख्रीस्तीयों को दी गई धमकियाँ


सागर, गुरुवार, 21 सितम्बर 2017 (ऊका समाचार): मध्यप्रदेश के सागर शहर के दूरस्थ मिशन केन्द्र में हिंदू चरमपंथियों की धमकियों के बाद लगभग 30 काथलिक कार्यकर्त्ता भय के वातावरण में जीने के लिये बाध्य हैं। हिंदू चरमपंथियों ने उन्हें गांव से चले जाने अथवा गंभीर दुष्प्रभाव का सामना करने की धमकी दी है।

सागर के काथलिक धर्माध्यक्ष एन्थोनी चिरायाथ ने एक सूचना जारी कर बताया कि 11 सितंबर को, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) चरमपंथी हिन्दु संगठन के कुछ सदस्यों ने आदिवासी लड़कों के लिए संचालित छात्रावास में प्रवेश कर उसे बंद करने की मांग की।

उन्होंने मिशन प्रभारी काथलिक पुरोहित फादर  सिल्जो किदानन और छात्रों को भी धमकी दी। मिशन केन्द्र और छात्रावास, सिरो-मालाबार कलीसियाई धर्मप्रान्त सागर द्वारा गुना ज़िले के मोहनपुर गांव में चलाया जा रहा है।

धर्माध्यक्ष चिरायाथ ने बताया कि हिन्दु चरमपंथियों की धमकी के एक दिन बाद यानि 12 सितम्बर को तहसीलदार, नाइब तहसीलदार, सरपंच, पटवारी और दो पुलिसकर्मी छात्रावास आये और उन्होंने छात्रावास संचालक पुरोहित को धमकी देकर छात्रावास को बलपूर्वक जब्त कर लिया।

वाटिकन रेडियो से बातचीत में धर्माध्यक्ष चिरायाथ ने कहा कि स्थिति अति गम्भीर है। गाँव के लोगों तथा छात्रावास के मिशनरियों के प्रति अपनी एकात्मता दर्शाने के लिये धर्माध्यक्ष चिरायाथ ने घटना स्थल का तुरन्त दौरा किया तथा अधिकारियों से स्पष्टीकरण की भी मांग की।

धर्माध्यक्ष चिरायाथ ने बताया कि ज़मीन के स्वामित्व के मामले में हाई कोर्ट में प्रकरण लंबित है। उक्त मिशन केन्द्र एवं छात्रावास के प्रभारी पुरोहितों ने इस समय पास के मिशन केन्द्र में शरण ले रखी है।  

मोहनपुर मिशन केन्द्र 1997 में उन गरीब आदिवासी ग्रामीणों की मदद के लिये स्थापित किया गया था जो अधिकांशतः मज़दूर हैं।

सागर धर्मप्रान्त का "मानव विकास" विभाग धर्मप्रान्त के कम से कम 40 गाँवों में सामाजिक सेवाएँ प्रदान करने का कार्य कर रहा है। 








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