2017-08-28 15:43:00

लोगों ने मनाया संत मदर तेरेसा का 107वां जन्म दिवस


कलकत्ता, सोमवार, 28 अगस्त 2017 (ऊकान): संत मदर तेरेसा की 107वीं जयन्ती के अवसर पर शनिवार को श्रद्धालुओं ने एक बड़ी संख्या में जमा होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा प्रार्थनाएँ अर्पित की।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट में लिखा, ″शांति की शुरूआत मुस्कान से होती है। कलकत्ता की संत तेरेसा को उनके जन्म दिवस पर श्रद्धांजलि, जो बहुतों की माता हैं।″ 

मिशनरीस ऑफ चैरिटी की कलकत्ता स्थित मूलमठ में उनके कब्र पर मोमबत्तियाँ जलायी गयीं तथा इस अवसर को मनाने के लिए धर्मसमाज द्वारा संचालित विभिन्न केंद्रों से अनेक लोग मूल मठ में एकत्रित हुए।

मकेदुनिया में 26 अगस्त 1910 को जन्मी मदर तेरेसा का बपतिस्मा नाम अग्नेस था जो बचपन से ही धार्मिक स्वभाव की थी। एक मिशनरी बनकर सेवा करने की प्रेरणा से उन्होंने किशोर अवस्था में ही धर्मसंघीय जीवन अपनाने का निश्चय किया। इस निश्चय के अनुसार 1928 में उन्होंने लोरेटो की धर्मबहनों के धर्मसंघ में प्रवेश किया।

भारत आकर सबसे पहले उन्होंने दार्जिलिंग में बंगाली भाषा सीखा तथा संत तेरेसा स्कूल में अध्यापन का कार्य करने लगीं। एक धर्मबहन के रूप में उन्होंने येसु की छोटी संत तेरेसा के नाम को अपने लिए चुना जो मिशनरियों की संरक्षिका हैं।

मदर तेरेसा को गरीबों की सेवा हेतु कई पुरस्कार मिल चुके हैं जिनमें 1979 में नोबेल शांति पुरस्कार एवं 1980 में भारत रत्न पुरस्कार प्रमुख थे। 4 सितम्बर 2016 को वे संत पापा फाँसिस द्वारा संत घोषित की गयीं।








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