2017-08-23 16:26:00

वाटिकन राज्य सचिव एवं प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल का यूक्रेन के प्रति संयुक्त प्रतिबद्धता


वाटिकन सिटी, बुधवार, 23 अगस्त 2017 (रेई): वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन की रूस यात्रा का एक महत्वपूर्ण मकसद था रूसी ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल के साथ मुलाकात जो मॉस्को स्थित प्राधिधर्माध्यक्षीय आवास दानिलोव्स्की मठ में 22 अगस्त को सम्पन्न हुआ।

मुलाकात के आरम्भ में वाटिकन प्रतिनिधि कार्डिनल परोलिन ने प्राधिधर्माध्यक्ष को संत पापा का अभिवादन प्रस्तुत करते हुए कहा, ″मैं अपने भाई किरिल मोस्को के प्राधिधर्माध्यक्ष एवं रूस के सभी लोगों को धन्यवाद देता हूँ। प्राधिधर्माध्यक्ष ने इसका उत्तर इताली भाषा में ″धन्यवाद″ कहकर दिया।

किरिल के कथन ″हमारी कलीसिया के लिए एक विशेष अवसर″ जो बरी के संत निकोलास के अवशेष पर अंकित है उसके रूसी अनुवाद पर वाटिकन राज्य सचिव ने कहा, ″ख्रीस्तीय एकता की पवित्रता सच है, यह विद्यमान है। संत हमारे साथ हैं और ईश्वर नजदीक भी। अतः वे ही हैं जो हमें पहले के संबंधों की कठिनाईयों में सुधार लाने हेतु मदद कर सकते हैं तथा भाईचारा पूर्ण आलिंगन एवं यूखरिस्तीय एकता में अधिक तेजी से बढ़ने में सहायता दे सकते हैं।

प्राधिधर्माध्यक्ष ने कहा कि संत के अवशेष के आगमन को ऑर्थोडोक्स कलीसिया बहुत महत्वपूर्ण मान रही है जो हावाना में उनके साथ संत पापा फ्राँसिस से मुलाकात का परिणाम है। रूस में जब संत को दर्शन हेतु प्रस्तुत किया गया तब करीब 2,3 मिलियन लोगों ने उनका दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी।

प्राधिधर्माध्यक्ष एवं वाटिकन राज्य सचिव के साथ वार्ता का अगला मुद्दा था यूक्रेन में संघर्ष। प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल ने देश की संकटपूर्ण परिस्थिति पर गौर करते हुए कहा, ″कलीसिया शांति निर्माण के कार्यों से बढ़कर कोई दूसरी भूमिका अदा नहीं कर सकती जब लोगों के बीच आपस में तनाव की स्थिति है।″ उन्होंने कहा कि संघर्ष अधिक दिनों तक टिका नहीं रह सकता, कभी न कभी इसका अंत निश्चित है। यदि सभी सामाजिक शक्तियाँ संघर्ष में संलग्न हों तो पत्थर जमा कौन करेगा (सुलह के लिए पहल कौन करेगा)? उन्होंने कहा, ″हम इसकी बड़ी सराहना करते हैं कि इस समय हमने पाया है कि कलीसियाओं ने यूक्रेन की जनता के मेल-मिलाप हेतु आपसी समझदारी की अपनी भूमिका को समझ लिया है।

इस मुलाकात में एक अन्य मुद्दा पर बहस किया गया और वह है मध्यपूर्व। मोस्को के प्राधिधर्माध्यक्ष ने कहा, ″मध्यपूर्व में संघर्ष के कारण पीड़ित लोगों की मानवीय सहायता हेतु ऑर्थोडॉक्स एवं काथलिक कलीसियाओं के बीच सहयोग के द्वारा भी एकता में बढ़ा जा सकता है।

उन्होंने कहा कि मध्यपूर्व में मानवीय सहयोग भी आम परियोजनाओं के आधार का निर्माण कर सकता है।″  

 

 








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