2017-08-15 17:13:00

भारत की आजादी की 70वीँ वर्षगाँठ पर भारतीय काथलिकों की आशा


भारत, मंगलवार, 15 अगस्त 2017 (वीआर सेदोक): भारत आज 15 अगस्त को अपना 71वाँ स्वतंत्रता दिवस मना रहा है तथा 1947 की उस घटना की याद कर रहा है जब वह अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हुआ था किन्तु यही वह दिन भी है जब भारत से पाकिस्तान अलग होकर एक स्वतंत्र राष्ट्र का निर्माण किया था।

पाकिस्तान और भारत के एक-दूसरे से अलग होने तथा मुस्लिम बहुल एवं हिन्दू बहुल राष्ट्र के निर्माण में, करीब 50 हजार से एक लाख तक के लोगों की जाने गयीं थीं जबकि हज़ारों महिलाओं का अपहरण एवं बलत्कार हुआ था, तथा करीब 12 मिलियन लोग विस्थापित हुए थे।

आजादी के 70 साल बाद भी भारत एवं पाकिस्तान के हजारों लोगों के जीवन में इसका प्रभाव स्पष्ट दिखाई पड़ता है। दोनों पड़ोसियों ने न केवल तीन युद्ध लड़े और अपनी सेनाओं का निर्माण किया बल्कि परमाणु हथियार भी विकसित किए हैं और कुछ लोगों के अनुसार 1999 में चौथी लड़ाई भी लड़ी गयी हालांकि उसे युद्ध घोषित नहीं किया गया।

भारत एवं पाकिस्तान दोनों ही देशों में हिन्दूओं और मुससलमानों की संख्या अधिक है। यदि ख्रीस्तीयों की बात की जाय तो भारत में कुल 28 मिलियन ख्रीस्तीय हैं जिनमें से 19.9 मिलियन काथलिक, जो भारत की कुल 1.3 बिलियन आबादी का 1.5 प्रतिशत है।

भारत की स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के महासचिव धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेनहस ने भारत की काथलिक कलीसिया की आशा एवं आकांक्षाओं को व्यक्त किया।

उन्होंने कहा, ″सबसे पहले हम इस महान देश, इसकी सभ्यता और इसके सहिष्णुता भरे समुदाय के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हैं जिन्होंने काथलिक कलीसिया एवं काथलिक समुदाय को विगत 70 सालों तक स्थान दिया है।″

उन्होंने कहा, ″इस देश से हमारी आशाएँ एवं आकांक्षाएँ हैं कि सहिष्णुता, शांति और परम्परागत सौहार्द की भावना जिसको हम अब तक एहसास करते आये हैं आगे भी बना रहे ताकि हम देश के निर्माण एवं देश की भलाई के लिए अपना योगदान देते रहें।   

उन्होंने कहा कि हम यह भी आशा करते हैं कि यह देश सभी लोगों के विकास के साथ आगे बढ़े, हाशिये पर जीवन यापन करने वाले लोगों, आदिवासियों, दलितों तथा ग़रीबों को साथ ले सके जिनके साथ, एक ख्रीस्तीय के रूप में हमारा हृदय हमेशा जुड़ा रहता है।

गौरतलब है कि दलितों एवं आदिवासियों के प्रति सरकार का नजरिया इन दिनों काफी ठीक नहीं है। 








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