2017-08-12 16:09:00

कलीसिया ने मनाया दलितों के साथ ″काला दिवस″


भारत, शनिवार, 12 अगस्त 2017 (वीआर अंग्रेजी): भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन एवं भारत में कलीसियाओं की राष्ट्रीय समिति द्वारा दलितों के लिए आयोजित ″काला दिवस″, सभाओं, रैलियों, प्रदर्शन, भूख-हड़ताल, ज्ञापन पत्र सौंपने, मोमबत्ती जूलुस तथा अन्य तरह के प्रदर्शनों के आयोजनों के साथ, दलित ईसाई और दलित मुसलमानों को एकजुटता दिखाते हुए राज्य की राजधानियों और जिला मुख्यालयों पर, मनाया गया  जो अपने संवैधानिक अधिकारों से वंचित हैं।

दिल्ली में काला दिवस शाम 4.30 से 5.30 बजे जन्तर मंतर पर मनाया गया जिसका आयोजन सीबीसीआई, एनसीसीआई तथा एन सी डी सी ने की थी। दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष अनिल कुटो तथा ख्रीस्तीयों एवं मुसलमान नेताओं ने प्रदर्शन में भाग लिया।

उनकी मांग थी कि संघीय सरकार मामले को सुलझाने के लिए बिना देर तत्काल काररवाई करे तथा केंद्र सरकार, न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्रा आयोग की रिपोर्ट के आधार पर सर्वोच्च न्यायालय की पूछताछ को उचित उत्तर दे।

बैंगलोर धर्मप्रांत में साढ़े तीन बजे दलित ख्रीस्तीयों के अधिकारों की मांग करते हुए डी सी कार्यालय के सामने एक रैली का आयोजन किया गया था। मैंगलोर धर्मप्रांत के वकील और सचिव श्री एम.पी. नोरोन्हा और प्रोफेसर विन्सेन्ट अल्वा ने डीसी के कार्यालय के सामने सभा को संबोधित किया। रैली के अंत में डी सी को दलित ख्रीस्तीयों के लिए न्याय की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा गया।

विदित हो कि दलित ख्रीस्तीयों एवं दलित मुसलमानों को संवैधानिक अधिकारों से धर्म के आधार पर 67 वर्षों तक वंचित रखा गया है। 2009 से ही दलित ख्रीस्तीय एवं दलित मुसलमान 10 अगस्त को ″काला दिवस″ के रूप में मनाते आ रहे हैं। 








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