2017-07-28 16:12:00

पाकिस्तान काथलिक धर्माध्यक्षों ने लाहौर आत्मघाती हमले की निंदा की


पाकिस्तान, शुक्रवार, 28 जुलाई 2017 (वीआर) पाकिस्तान के काथलिक धर्माध्यक्षों ने पूर्वी लाहौर में 24 जुलाई को हुए एक तालिबानी आत्मघाती हमले की निंदा की है जिसमें 26 लोगों के आलवे 9 पुलिस कर्मी मारे गये जबकि 54 अन्य घायल हो गये।

पाकिस्तान काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के राष्ट्रीय न्याय और शांति सम्मेलन ने कहा, “निर्दोष लोगों और सुरक्षाकर्मियों की हत्या करना अस्वीकार्य है।”

पुलिसवालों ने घटना के संबंध में कहा कि लाहौर शहर से बाहर कोट लाखपेट सब्जी बाजार में एक आत्मघाती हमलावर ने सुरक्षा कर्मी पुलिसवालों को निशाना बनाया। इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान के आतंकवादी संगठन ने ली है।  

इस हमले में युवा आत्मघाती की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए एनसीजेपी के अधिकारियों ने अपने एक वक्तव्य में कहा कि पाकिस्तान में हुए हाल के हमलों में कम उम्र के युवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है। “आतंकवादी दल हिंसा और विध्वंस के कार्यों हेतु युवाओं का उपयोग कर रहें हैं। हमें अपनी राजनीति-धार्मिक या सांस्कृतिक विभिन्नता के बावजूद अपने बच्चों को इस नरक में जाने से बचाने हेतु एकजुट होने की जरूरत है। हमें सरकारी आधिकारिकों से मिलकर आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता है।”

फैसलाबाद के धर्माध्यक्ष जोसेफ अरसद ने कहा, “असुरक्षा के कारण हमारा जीवन अनिश्चित लगता है और देश के नागरिक तो और भी असुरक्षित महसूस करते हैं।” पाकिस्तान के धर्माध्यक्षों ने अधिकारियों से मांग की कि वे दोषियों को सज़ा दिलायें और असहिष्णुता की जड़ों को खत्म करने की कोशिश करें जिससे देश के नागरिक सुरक्षा का अनुभव कर सकें।

लाहौर में सुसमाचार प्रेरितिक कार्य में संलग्न प्रचारक ने एशिया न्यूज से कहा, “हमारे देश में लोग मानवता को भूल गये हैं। आतंकवादी इस्लाम का सम्मान नहीं करते। देश में शांति स्थापित तब तक नहीं हो सकती जब तब सरकार कट्टरवादी इमामों और अवैध आतंकवादी दलों के साथ कड़ाई से पेश नहीं आती है।”








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