2017-07-27 16:58:00

संयुक्त राष्ट्र संघ ने यमन में हैजा के प्रकोप की चेतावनी दी


वाटिकन रेडियो, गुरुवार, 27 जुलाई 2017 (वी आर) यमन दुनिया में सबसे खराब हैजा से प्रकोप की स्थिति में है। पिछले तीन महीनों में, संदिग्ध हैजा के 400,000 मामले देखने को मिले हैं जिनमें करीबन 1900 लोगों की जाने गई हैं।

विदित हो देश वर्तमान समय में आकाल की स्थिति से होकर गुजर रहा है जहाँ 60 प्रतिशत लोगों को यह मामूल नहीं कि वे अपने लिए भोजन की व्यवस्था कहाँ से करेंगे।

संयुक्त राष्ट संघ की समिति, युनिसेफ, विश्व खाद् परियोजना और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने फिलहाल ही यमन का दौरा किया जिससे वे वहाँ की मानवीय विकट परिस्थितियों का जायजा लेते हुए वहाँ के निवासियों को बुनियादी सहायता मुहैया करा सकें।

एक संयुक्त वक्तव्य में कहा,“लोग हज़ारों की संख्या में प्रतिदिन बीमार हो रहे हैं। बीमारी की रोक थाम हेतु एकसाथ मिलकर निरंतर प्रयास करने की जरूरत है। करीबन 80 प्रतिशत बच्चों को तत्काल मानव सेवा की आवश्यकता है।”

साना शहर से वाटिकन रेडियो की लिदिया ओकाने दो दिये गये संवाददाता संदेश में संचार अधिकारी रीम नादा ने कहा, “हैजा के प्रकोप ने यमन की स्थिति को और भी जटिल बना दिया है क्योंकि वहाँ पहले से कुपोषण की समस्या है।”  

भुखमरी की स्थिति का सामना विश्व खाद्य संगठन किस तरह से कर रहा है इस सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि हम विगत सालों और महीनों से निरंतर लोगों के बीच पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं और अब तक 5.5 मिलियन लोगों तक पहुँचा जा चुका है। इस महीने के अंत में हम करीब 7 मिलियन लोगों को अपनी सहायता दे पायेंगे।

संयुक्त राष्ट्र संघ के तीन देशों के मुख्य अधिकारियों ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से निवेदन किया है कि वे यमन के निवासियों हेतु अपनी सहायता में बढ़ोतरी लायें। 








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