2017-07-22 15:43:00

बांग्लादेशी ख्रीस्तीय सम्मेलन का 50 वर्षीय स्थापना दिवस


ढाका, शनिवार 22 जुलाई 2017 (वा. रेडियो) : बांग्लादेश के सबसे बड़े ख्रीस्तीय काथलिक संगठन की 50वी वर्षगांठ पर काथलिक कलीसिया के प्रमुख ने ख्रीस्तीयों को समुदाय के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए राजनीति में शामिल होने हेतु आमंत्रित किया। ढाका में आयोजित बांग्लादेश काथलिक संगठन (बीसीए) के 50वी वर्षगांठ समारोह के दौरान ढाका महाधर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष एवं बांग्लादेश काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेन के अध्यक्ष कार्डिनल पैट्रिक डी-रोज़ारियो ने कहा ,″बांग्लादेश काथलिक संगठन अल्पसंख्यक ईसाइयों के अधिकारों की मांग और रक्षा करने के लिए शुरू किया गया था।" अब समय की पुकार अनुसार ख्रीस्तीयों को समुदाय और देश की बेहतर सेवा देने हेतु सक्रिय रुप से राजनीतिक में उतरने की जरूरत है और बीसीए इसके लिए मार्ग तैयार कर सकता है। "राजनीति ईसाई मूल्यों पर आधारित होना चाहिए जिससे कि उन बाधाओं और संघर्षों को तोड़ा जा सके जो कलीसिया और पूरे समुदाय को नुकसान पहुंचाते हैं।"

बांग्लादेश काथलिक संगठन (बीसीए) के अध्यक्ष निर्मल रोजारियो ने कहा कि संगठन ख्रीस्तीयों के अधिकारों की रक्षा हेतु अपने कार्यों को जारी रखेगा। बांग्लादेश के 6 लाख ख्रीस्तीय जो 160 मिलियन बांग्लादेश की आबादी का 0.5% हिस्सा हैं। बांग्लादेश मुस्लिम बहुल देश है।

बीसीए को 1967 में पूर्वी पाकिस्तान के ख्रीस्तीय संघ के रूप में स्थापित किया गया था और 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश की स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद उसका नाम बदल दिया गया था। वर्तमान में, बीसीए की 75 शाखाएं एवं छह-संबद्ध संगठन हैं और पूरे देश में लगभग 10,000 पंजीकृत सदस्य हैं।  








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