2017-07-22 15:56:00

गोवा महाधर्मप्रांत पुलिस द्वारा विध्वंसक की गिरफ्तारी का खंडन करती है


पणजी, शनिवार 22 जुलाई 2017 (ऊकान) : पश्चिमी राज्य गोवा में पुलिस ने कई क्रूसों के तोड़-फोड़ के आरोप में एक मानसिक रूप से अस्थिर व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने 55 वर्षीय फ्राँसिस जेवियर परेरा को यह कहकर गिरफतार किया कि वह "एक कट्टर पूर्व अपराधी" है और 2003 के बाद से ही उसने 150 से अधिक धार्मिक ढांचों को उनमें फंसी आत्माओं को मुक्त करने के लिए तहस-नहस किया है। पुलिस ने कहा कि संदिग्ध मानसिक रूप से अस्थिर है और बर्बरता के माध्यम से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कराना चाहता था।

परंतु धर्मप्रांत द्वारा आरंभ किए गए एक तथ्य खोज टीम ने बर्बरता का अध्ययन कर पुलिस के दावे को खारिज कर दिया। उनका कहना है कि "नागरिक समाज और प्रभावित समुदायों को शांत करने और वास्तविक अपराधियों से ध्यान हटाने के लिए पुलिस "एक परिचित आलेख" का अनुसरण कर रही है।

गोवा के दक्षिणी भाग काथलिक बहुल क्षेत्रों में जून से लेकर आजतक करीब 50 क्रूसों को तोड़ा गया है। कलीसिया के नेताओं का कहना है कि यह बर्बतापूर्ण कृत्य ख्रीस्तीयों और हिन्दुओं के बीच विभाजन कराने के मकसद से कराया गया है।

दक्षिण गोवा के ख्रीस्तीय बहुल क्षेत्र में रोड के किनारे स्थापित अनेको क्रूसों को तोड़ने की घटना ख्रीस्तीयों द्वारा हिन्दुओं के साथ झगड़ें और हिंसा की साजिश पर संदेह किया जा रहा है।

10 जुलाई को गोवा के रक्षक दूत गिरजाघर के कब्रिस्तान में कब्रों के क्रूसों और समाधि-पत्थरों को तोड़ दिया गया था। घटना के बारे में पुलिस का कहना था कि अपराधियों ने कब्रों को तोड़ने और कब्रों पर गड़े पत्थरों को निकालने के लिए बड़े मशीनों का प्रयोग किया था।








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