2017-07-20 16:29:00

विकास हेतु पारंपरिक नेताओं को अधिकार दिये जाये


आक्का, गुरुवार, 20 जुलाई 2017 (फीदेस) विकास के कार्यों में तीव्रता और उनके कुशल संचालन हेतु पारंपरिक नेताओं को अधिकार दिया जाना चाहिए, उक्त बातें घाना के प्राध्यापक एम्मानुएल नाशा ने घाना में शांति पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि अफ्रीका के लोगों को अपने विचार बदले की जरूरत है जिससे सम्पूर्ण अफ्रीका महादेश का विकास हो सके, यदि पारंपरिक अगुवे संसद के सदस्य बनते तो विकास की परियोजनाओं के संचालन में और भी तीव्रता आती और वे उन्हें प्रभावकारी ढ़ंग से पूरा करते।

उन्होंने कहा “स्थानीय पारंपरिक नेता अपने स्थानीय लोगों और पारंपरिक समुदाय के सच्चे प्रतिनिधि हैं।” उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि यदि ऐसा होता तो सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचारों के प्ररुपों में कमी आती, परियोजनाओं में टालमटोल नहीं होते और विकास के कार्यों का सही निष्पादन हो पाता।

यह इसलिए संभव होता क्योंकि स्थानीय पारंपरिक नेता अपने कार्यों का फायदा उठाते हुए प्रत्यक्ष रुप से अपने लोगों के प्रति उत्तरदायी होते और अपने कार्यों को पूरा करते तथा स्थानीय लोग सीधे तौर पर उनके कार्यों का मूल्यांकन कर पाते। प्रतिनिधियों के द्वारा किसी प्रकार की गड़बड़ी और भ्रष्टाचार उनके लिए बर्खास्तगी का कारण बनती, यह उन्हें अपने कार्यों को ईमानदारी पूर्वक करने हेतु प्रोत्साहित करता।








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